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Sunday, July 13, 2025
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Rishabh Pant Birthday: 27 बरस के हुए गाबा के हीरो ऋषभ पंत, 7 साल के छोटे करियर में किए हैं कई बड़े कारनामे

ऋषभ पंत आज अपना 27वां जन्मदिन मना रहे हैं। 2 साल पहले रोड एक्सीडेंट में मौत को मात देने वाले पंत ने जिस तरह से क्रिकेट मैदान पर वापसी की, वो अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं हैं।
क्रिकेट की दुनिया में साल 2024 अगर सही मायनों में किसी क्रिकेटर का रहा है तो वो हैं ऋषभ पंत। 2 साल पहले रोड एक्सीडेंट में मौत को मात देने के बाद ऋषभ पंत ने जिस तरह से क्रिकेट के मैदान पर वापसी की, वो हर किसी के बस की बात नहीं होती। लेकिन ऋषभ पंत विरले हैं। जहां मामला बड़ा होता है, वो हमेशा वहां खड़े होते हैं। ऐसे अनोखे और शानदार विकेटकीपर बल्लेबाज का आज जन्मदिन है। पंत को उनके 27वें जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर फैंस से ढेर सारी बधाईंया मिल रही हैं।
इस साल IPL के जरिए क्रिकेट के मैदान पर वापसी करने वाले ऋषभ पंत ने टीम इंडिया के साथ T20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब अपने नाम किया और फिर बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के जरिए अपने फेवरेट फॉर्मेट में बल्ले से हल्ला बोला। दिसंबर 2022 में सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद 634 दिन के बाद पहला टेस्ट मैच खेलते हुए शानदार शतक जड़ा। इस तरह पंत ने भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले भारतीय विकेटकीपरों के मामलें में धोनी के बड़े रिकॉर्ड की बराबरी की।

विदेश में बजाया जमकर डंका
ऋषभ पंत का बल्ला जब-जब चलता है कोई ना कोई रिकॉर्ड बनता या टूटता है। विदेशी धरती पर टेस्ट में तो पंत का कोई सानी नहीं है। ऑस्ट्रेलिया की धरती पर इतिहास रचने वाले पंत को विदेशी धरती कुछ ज्यादा ही रास आती है। यही वजह है कि उनके नाम भारत के बाहर 5 टेस्ट शतक हैं। विदेशी धरती पर टेस्ट शतक जड़ने के मामलें में और कोई भारतीय विकेटकीपर उनके आसपास भी नहीं है।

ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ा खतरा
बांग्लादेश टेस्ट सीरीज में कमाल करने के बाद ऋषभ पंत की निगाहें अब भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाली 3 मैचों की टेस्ट सीरीज पर लगी हैं। इसके बाद उनके लिए अगला बड़ा चैलेंज बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी होगी। ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले ही पंत के नाम की चर्चा हर तरफ हो रही है। खुद ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर उन्हें अपनी टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा मान रहे हैं। इससे पता चलता है कि पंत छोटे से करियर में किस बड़े मुकाम पर पहुंच गए हैं। ऐसे शानदार क्रिकेटर को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं।

दिल्ली में 5600 करोड़ के ड्रग्स के तार दुबई से जुड़े, इंटरनेशनल सिंडिकेट के मास्टरमाइंड को लेकर बड़ा खुलासा

दिल्ली में पकड़े गए करोड़ों की कोकीन के मामले में पुलिस के हाथ बड़ी जानकारी हाथ लगी है। सिंडिकेट का सरगना दुबई में रहता है और वह वहीं से गिरोह को चला रहा है।

नई दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पकड़े गए 5600 करोड़ के ड्रग्स के मामले में जांच कर रही पुलिस ने बड़ा खुलास किया है। दिल्ली में ड्रग्स के कारोबार के तार दुबई से जुड़े होने की जानकारी मिली है। दुबई में मौजूद भारतीय नागरिक वीरेंद्र बसोया का नाम इंटरनेशनल सिंडिकेट के मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आया है। बसोया भारत में ड्रग्स मामंले में गिरफ्तार भी हो चुका है और जमानत मिलने के बाद दुबई शिफ्ट होकर इंटरनेशनल ड्रग्स कार्टेल का बड़ा माफिया बन गया।

तुषार गोयल और वीरेंद्र बसोया पुराने दोस्त हैं

पुलिस जांच में सामने आया है कि 5600 करोड़ के ड्रग्स सिंडिकेट का मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी तुषार गोयल और वीरेंद्र बसोया पुराने दोस्त हैं। बसोया ने ही तुषार को ड्रग्स नेक्सस में अपने साथ जोड़ा था। बसोया ने कोकीन की खेप की डिलिवरी के बदले तीन करोड़ हर एक कन्साईनेट पर तुषार को देने की डील की थी। दुबई से बसोया ने इस सिंडिकेट से जुड़े यूके में मौजूद जितेन्द्र गिल को भारत जाने को कहा था।

तुषार ने ड्रग्स माफिया को दिल्ली में ठहराया

इसके बाद UK से तुषार से मिलने ड्रग्स डील के लिए जितेन्द्र गिल दिल्ली आया। जहां पर तुषार ने उसे पंचशील इलाके के एक होटल मे रुकवाया। इसके बाद दोनों गाजियाबाद और हापुड़ ड्रग्स लेने पहुंचे। मुंबई में जो कोकीन सप्लाई होनी थी उस शख्स की पहचान भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने की है। इस संबंध में मुंबई में संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।

दुबई से गिरोह चला रहा है बसोया

वीरेंद्र बसोया लंबे वक्त से दुबई से कोकीन की डील से जुड़ा हुआ बताया जाता है। इंटरनेशनल एजेंसियों को वीरेंद्र बसोया को लेकर इनपुट्स शेयर किए गए है ताकि उसे दुबई में दबोचा जा सके। वीरेंद्र वसोवा के दाउद गिरोह (Dकंपनी) से लिंक भी खंगाले जा रहे हैं।

पहले भी बसोया का नाम आ चुका है सामने

बता दें कि पिछले साल पुणे पुलिस ने दिल्ली में छापेमारी कर जो 3 हजार करोड़ की ड्रग्स (म्याऊं म्याऊं ) पकड़ी थी, उस ड्रग्स सिंडिकेट में भी बसोया का नाम सामने आया था। पुणे पुलिस ने बसोया के दिल्ली के पिलंजी गांव में रेड भी की थी लेकिन पुलिस के पहुंचने के पहले ही वो भाग गया था। बसोया ने पिछले साल यूपी के एक पूर्व विधायक की बेटी से अपने बेटे की शादी भी दिल्ली के एक शानदार फॉर्महाउस में की थी।

महाराष्ट्र में मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदे डिप्टी स्पीकर नरहरी झिरवल, सुरक्षा जाली पर अटके

आज महाराष्ट्र के आदिवासी समाज के विधायक मंत्रालय में आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान अजीत पवार गुट के विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरी झिरवल मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूद गए। उनके बाद कुछ और आदिवासी विधायक भी कूद गए।
महाराष्ट्र के मंत्रालय में अजित पवार गुट के विधायक और विधानसभा उपाध्यक्ष नरहरी झिरवल मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूद गए। नरहरी झिरवल छत से कूदे और सुरक्षा जाली पर अटक गए। झिरवल के बाद कुछ और आदिवासी विधायक भी कूद गए। हालांकि, नीचे जाली रहने के कारण सभी की जान बच गई। झिरवल धनगर समाज को ST कोटे से आरक्षण का विरोध कर रहे हैं। नरहरी झिरवल महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष हैं और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के सदस्य हैं।
जाल बना ‘सुरक्षा कवच’
बता दें कि आज महाराष्ट्र के आदिवासी समाज के विधायक मंत्रालय में आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान विधायक मंत्रालय के दूसरी मंजिल पर लगाई गई सुरक्षा जाली पर उतर गए और नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने विधायकों को सुरक्षा नेट से हटा दिया है।
अपनी ही सरकार के फैसले का विरोध कर रहे डिप्टी स्पीकर
बताया जा रहा है कि वे एकनाथ शिंदे सरकार की तरफ से धनगर समाज को एसटी का दर्जा दिए जाने के फैसले के खिलाफ हैं। वे अपनी ही सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं। नरहरी झिरवल धनगर समुदाय द्वारा आदिवासी समुदाय के आरक्षण में घुसपैठ को रोकने के लिए एक मजबूत रुख अपना रहे हैं। धनगर समाज को आदिवासी कोटे में आरक्षण ना मिले और पेसा कानून के तहत नौकरी भर्ती की मांग को लेकर विधायक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

महाराष्ट्र चुनाव में AIMIM से गठबंधन को लेकर महाविकास अघाड़ी में विरोध, ओवैसी को लग सकता है झटका

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी महाविकास अघाड़ी के साथ गठबंधन करना चाहती है लेकिन उद्धव गुट ने इसका खुलकर विरोध किया है।
मुंबईः महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही राजनीतिक दल इलेक्शन की तैयारी में जुटे हैं। महायुति और महाविकास अघाड़ी दोनों ही गठबंधन सहयोगी दलों के साथ बैठकर सीट बंटवारे पर चर्चा कर रहे हैं। इस बीच चर्चा है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल होना चाहती है। सूत्रों के अनुसार, उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना (UBT) ओवैसी की पार्टी से गठबंधन के खिलाफ है।
शिवसेना (UBT) ने दी ये दलील

शिवसेना (UBT) की दलील है कि महाविकास अघाड़ी में पहले से ही बहुत भीड़ है। कांग्रेस, एनसीपी (शरद पवार गुट), शिवसेना (UBT) के अलावा समाजवादी पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी के दोनों दल शेतकरी कामगार पक्ष, रिपब्लिकन संगठन महाविकास अघाड़ी में है। ऐसे में नए दल के लिए जगह नहीं है।

ओवैसी की पार्टी ने दिया है गठबंधन का प्रस्ताव

बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने कांग्रेस और एनसीपी (SP) को गठबंधन करने का लिखित प्रस्ताव दिया है। लेकिन अब तक कांग्रेस और एनसीपी (SP) ने इस प्रस्ताव को ना तो मंजूर किया है और ना ही खारिज किया है। महाविकास अघाड़ी के दलों में सहमति न बन पाने के लिए AIMIM को झटका लग सकता है।

ओवैसी की पार्टी ने महाविकास अघाड़ी को दी 28 सीटों की लिस्ट

जानकारी के अनुसार, ओवैसी की पार्टी ने महाविकास अघाड़ी को 28 सीटों की लिस्ट दी है। ये सभी 28 सीटें मुस्लिम बहुल इलाके की हैं या फिर यहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इन सभी सीटों पर ओवैसी की पार्टी चुनाव लड़ना चाहती है। पार्टी ने कहा कि अगर गठबंधन होता है तो वह महाविकास अघाड़ी के सहयोगी दलों के लिए कुछ सीटों को छोड़ने के लिए भी तैयार हैं।

ओवैसी की पार्टी यहां से लड़ना चाहती है चुनाव

धारावी, भायखला, मुंबा देवी, वर्सोवा, अंधेरी पश्चिम, चांदिवली, मानखुर्द, अणुशक्ति नगर, कुर्ला, कलिना, बांद्रा पूर्व, बांद्रा पश्चिम, भिवंडी पश्चिम, भिवंडी पूर्व, मुंब्रा-कलवा, धुले, मालेगांव मध्य, पुणे कंटोंमेंट, सोलापूर मध्य अकोट, बालापूर, अकोला पश्चिम, वाशिम, अमरावती, नांदेड उत्तर, नांदेड मध्य, औरंगाबाद मध्य और औरंगाबाद पूर्व।

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव इसी साल नवंबर या दिसंबर के अंत तक कराया जा सकता है। चुनाव आयोग राज्य का दौरा भी कर चुका है। माना जा रहा है कि जल्द ही चुनाव की तारीख का ऐलान किया जा सकता है।

इजरायल ने 24 साल बाद लिया बदला, जवानों की ‘लिंचिंग’ करने वाले आतंकी को ऐसे मारा

इजरायल ने 24 साल बाद अपने दो जवानों की मौत का बदला लिया है। दरअसल, साल 2000 में इजरायल के दो जवानों की ‘लिंचिंग’ करके हत्या कर दी गई थी। इस घटना में भाग लेने वाले आतंकी को मार गिराया गया है।

इजरायल इस वक्त एक साथ हमास, हिजबुल्लाह, ईरान, हूती समेत कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा है। इजरायल ने कसम खाई है कि जब तक वह अपने दुश्मनों को जड़ से खत्म नहीं कर देता तब तक वह शांत नहीं बैठेगा। इतिहास को देखें तो इजरायल कभी भी अपने दुश्मनों को माफ नहीं करता है। इसका एक ताजा उदाहरण गुरुवार को इजरायल की सेना ने फिर से दे दिया है। इजरायल ने हमास से जुड़े अपने 24 साल पुराने दुश्मन को मार गिराया है। आइए जानते हैं क्या है ये पूरी घटना।

क्या है पूरा मामला?
इजरायली सेना ने गुरुवार को जानकारी दी है कि आतंकवादी अजीज सलहा को मार गिराया गया है। अजीज सलहा पर अक्टूबर 2000 में मध्य गाजा के दीर अल बलाह क्षेत्र में ‘रामल्लाह लिंचिंग’ में भाग लेने का आरोप था। इस लिंचिंग की घटना में दो इजरायली सैनिकों की मौत भी हो गई थी। अब इजरायल ने इस घटना का बदला ले लिया है।

आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था सलहा
इजरायली सेना ने आरोप लगाया है कि अजीज सलहा ने साल 2000 में रामल्लाह में इजरायली सेना के सार्जेंट फर्स्ट क्लास (रेस) योसेफ अव्रामी और कॉर्पोरल (रेस) वादिम नोरजिच की क्रूर तरीके से लिंचिंग में भाग लिया था। सलहा यहूदिया और सामरिया क्षेत्र में हमास की आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा था।

हमास के अन्य कमांडर भी ढेर
दूसरी ओर इजरायली सेना ने गुरुवार को ये भी दावा किया है कि उसने तीन महीने पहले गाजा पट्टी में हवाई हमले में हमास के एक वरिष्ठ नेता रवही मुश्तहा और दो अन्य हमास कमांडर- सामी सिराज और सामी ऊदा को मार गिराया था। इजरायली सेना ने कहा है कि मुश्तहा हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार का करीबी सहयोगी था, जिसने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमले की साजिश रचने में मदद की थी।

दिल्ली से वाराणसी जा रही वंदे भारत ट्रेन पर पथराव, हमले में टूटी कोच की खिड़की

वंदे भारत ट्रेन पर हो रही पत्थरबाजी की घटना रुकने का नाम नहीं ले रही है। हालिया घटना कानपुर में देखने को मिली है। दरअसल दिल्ली से वाराणसी जा रही वंदे भारत ट्रेन पर इस बार पथराव किया गया है। पथराव की इस घटना में वंदे भारत ट्रेन के कोच के शीशे टूट गए। दरअसल वाराणसी से दिल्ली जा रही ट्रेन संख्या 22435 वंदे भारत एक्सप्रेस के एसी चेयरकार कोच में कानपुर के पनकी स्टेशन के पास पथराव हुआ। इस घटना में वंदे भारत ट्रेन के कोच का एक शीशा टूट गया। पत्थरबाजी की इस घटना के बाद कोच के यात्रियों में हड़कंप मच गया। वंदे भारत ट्रेन के ड्राइवर के द्वारा इस घटना की सूचना कंट्रोल रूप को दे दी गई। इसके बाद आरपीएफ पनकी ने अज्ञात पत्थरबाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।

वंदेभारत ट्रेन पर फिर से पथराव
जीआरपी, आरपीएफ की संयुक्त टीमों ने पनकी से भाऊपुर तक पेट्रोलिंग के साथ गश्त की है। रेलवे की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से वाराणसी के लिए चल रही 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया गया है। बुधवार के दिन वंदेभारत तय समय से कानपुर सेंट्रल से थोड़ी देर से रवाना हुई। ट्रेन शाम के 7.05 बजे जैसे ही पनकी स्टेशन के आउटर सिग्नल में प्रवेश कर रही थी। उसी दौरान सी-7 कोच पर पत्थरबाजी हुई। एक पत्थर सी-7 कोच के शीशे में लगा तो शीशा टूट गया। इससे कोच के यात्रियों में हड़कंप मच गया। कई यात्री तो पत्थर के डर से सीट के नीचे छिप गए।

पहले भी हो चुका है पथराव
बता दें कि कानपुर में इसी लोकेशन पर पिछले 1 साल में 7 बार से भी ज्यादा बार वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया जा चुका है। दिल्ली रूट पर पनकी से भाऊपुर तो हावड़ा रूट पर चकेरी से प्रेमपुर स्टेशनों के बीच पत्थरबाजी की घटनाएं देखने को मिली हैं। इस लोकेशन पर पत्थरबाजों ने सबसे अधिक वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया है। वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के रतलाम के पास दिल्ली-मुंबई रूट पर रेल हादसा भी देखने को मिला है। यहां एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई है। इस मामले में अभी और जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।

टीम इंडिया की तलाश हुई पूरी, सुलझ गई 3 नंबर की पहेली, अब T20 वर्ल्ड कप पक्का समझो?

T20 वर्ल्ड कप 2024 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी। इस मुकाबलें से पहले टीम इंडिया के लिए राहतभरी खबर आई है।
T20 वर्ल्ड कप से पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम में नंबर तीन की पहेली सुलझ गई है। टीम इंडिया को लंबे समय नंबर-3 के लिए किसी की तलाश थी जो अब जाकर खत्म हुई है। न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले से पहले ही साफ हो गया है कि नंबर-3 पर कौन बल्लेबाजी करेगा। टीम के हेड कोच अमोल मजूमदार इस राज से पर्दा उठा दिया है। अमोल मजूमदार ने बताया कि नंबर-3 पर बल्लेबाजी की जिम्मेदारी हरमनप्रीत कौर के कंधों पर होगी। मजूमदार ने न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले मैच से पहले कहा कि भारत में कैप के दौरान ही यह तय कर लिया गया था कि नंबर तीन पर किसको मौका दिया जाना है। टीम ने बेंगलुरु कैंप में ही तय कर लिया था कि इस नंबर पर कौन बल्लेबाजी करेगा। इसके बाद वर्ल्ड कप के वॉर्म-अप मैचों में इस पर आखिरी मुहर लग गई।
नंबर-3 की समस्या सुलझी
पिछले साल अक्टूबर में अमोल मजूमदार के कोच बनने के बाद से टीम इंडिया ने नंबर-3 पर कई खिलाड़ियों को आजमाया। इस साल अप्रैल तक यास्तिका भाटिया इस पॉजिशन के लिए सबसे बड़ी दावेदार मानी जा रहीं थी लेकिन उनकी चोट से टीम के सभी प्लान फेल हो गए। इसके अलावा डी हेमलता और उमा छेत्री को नंबर-3 पर मौका दिया गया लेकिन दोनों ही बल्ले से प्रभावित नहीं कर सकी।

कोच ने कप्तान पर जताया भरोसा
वार्म-अप मैचों में नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए कप्तान हरमनप्रीत भले ही 10 और 1 रन का स्कोर बना सकी हों लेकिन कोच और टीम मैनेजमेंट को उन पर पूरा भरोसा है। यही वजह है कि उन्हें इस पॉजिशन के लिए चुना गया है। कोच का मानना है कि हरमनप्रीत इस बड़ी जिम्मेदारी को बखूबी संभालेंगी और उम्मीदों पर खरी उतरेंगी। T20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के सामने सबसे बड़ी चुनौती इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों से पार पाना होगा। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि इन टीमों के खिलाफ हरमनप्रीत नंबर 3 पर खेलते हुए किस तरह का प्रदर्शन करती हैं।

महिला टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का स्क्वाड
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना, शैफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, जेमिमा रोड्रिग्स, ऋचा घोष, यास्तिका भाटिया, पूजा वस्त्राकर, अरुंधति रेड्डी, रेणुका सिंह ठाकुर, दयालन हेमलता, आशा शोभना, राधा यादव, श्रेयंका पाटिल, सजना सजीवन।

साइबर वॉर से लेकर न्यूक्लियर प्लांट पर अटैक तक, ईरान से कैसे बदला ले सकता है इजरायल

कुछ विश्लेषकों का मानना ​​है कि इजरायल ईरानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर जवाब दे सकता है। खासकर उन जगहों को जो मंगलवार के हमलों में इस्तेमाल की गई बैलिस्टिक मिसाइलों का उत्पादन करते हैं।
इजरायल ने ईरान के मिसाइल हमले का मुंहतोड़ जवाब देने की कसम खाई है। ईरान ने मंगलवार (1 अक्टूबर) को इजरायल पर 180 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं, जिनमें से अधिकतर मिसाइलें इजरायल के डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही खत्म कर दी थीं। हालांकि, कई मिसाइलें निशाने पर भी लगी थीं। इससे इजरायल को काफी नुकसान हुआ। इसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि इजरायल बदला लेने के लिए क्या कदम उठा सकता है। इजरायल के पास न्यूक्लियर और ऑयल प्लांट पर हमला करने से लेकर साइबर अटैक और सैन्य ठिकानों पर हमला करने तक का विकल्प है।
ईरान के सैन्य ठिकानों पर हमला
कुछ विश्लेषकों का मानना ​​है कि इजरायल ईरानी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर जवाब दे सकता है। खासकर उन जगहों को जो मंगलवार के हमलों में इस्तेमाल की गई बैलिस्टिक मिसाइलों का उत्पादन करते हैं। वह ईरानी वायु रक्षा प्रणालियों और मिसाइल प्रक्षेपण सुविधाओं को भी नष्ट कर सकता है। वाशिंगटन ने तेहरान पर यूक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल के लिए रूस को कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें सप्लाई करने का आरोप लगाया है। दोनों देश इस आरोप से इनकार करते हैं। विश्लेषकों का कहना है कि इसे ईरान के हमले का सबसे कठोर जवाब माना जाएगा।

ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला
ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले से तेहरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता में प्रभावित हो सकती है। ईरान का परमाणु कार्यक्रम कई स्थानों पर फैला हुआ है, जिनमें से कुछ जमीन के नीचे बनाए गए हैं। हालांकि, परमाणु ढांचे पर एक बड़ा हमला गंभीर परिणाम पैदा कर सकता है। इससे ईरान भी परमाणु हथियार बनाने की होड़ में शामिल हो सकता है। अमेरिका ने कहा है कि वह इजरायल की तरफ से ऐसी कार्रवाई का समर्थन नहीं करेगा । रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक राष्ट्रपतियों के अधीन अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में काम करने वाले सेवानिवृत्त अमेरिकी सेना अधिकारी रिचर्ड हुकर ने कहा कि संभावना है कि इजरायल ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला कर सकता है।

ईरान ने हमेशा इस बात से इनकार किया है कि उसने कभी भी परमाणु हथियार बनाने की कोशिश की है। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था, IAEA और अमेरिकी खुफिया विभाग का मानना है कि ईरान ने 2003 तक समन्वित परमाणु हथियार कार्यक्रम चलाया था। विशेषज्ञों का कहना है कि 2015 परमाणु समझौते के टूटने पर ईरान कुछ ही हफ्तों में बम बनाने के लिए पर्याप्त हथियार-ग्रेड यूरेनियम का उत्पादन कर सकता है।

ईरान के पेट्रोलियम उत्पादन ढांचे पर हमला
इजरायल ईरान के पेट्रोलियम उद्योग पर भी हमला कर सकता है, जिससे उसकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचेगा। इस तरह के हमले से ईरान सऊदी अरब और अन्य खाड़ी अरब देशों में तेल उत्पादन सुविधाओं पर हमला करने के लिए उकसा सकता है। इससे ईंधन की कीमतें बढ़ सकती हैं, जो हमेशा से ही अमेरिकी अभियान का एक प्रमुख मुद्दा रहा है। 5 नवंबर को होने वाले चुनावों में अमेरिका के नए राष्ट्रपति और नई कांग्रेस का चुनाव होना है। खाड़ी नीति से जुड़े रक्षा विभाग के पूर्व अधिकारी डेविड डेस रोचेस ने कहा, “मुझे यकीन नहीं है कि (विश्व तेल की कीमतों में बढ़ोतरी) इजरायलियों को रोक पाएगी।”

साइबर वॉर
मिसाइल हमले के जवाब में सैन्य कार्रवाई या मिसाइल हमले की संभावना ज्यादा है, लेकिन इजरायल दूसरे विकल्प भी अपना सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि वह ईरान पर और अधिक प्रतिबंध लगाएंगे। ईरान पर वाशिंगटन के प्रतिबंधों ने पहले से ही उस देश के साथ लगभग सभी अमेरिकी व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका में उसकी सरकार की संपत्तियों को अवरुद्ध कर दिया है और अमेरिकी विदेशी सहायता और हथियारों की बिक्री पर रोक लगा दी है। विश्लेषकों का कहना है कि इजरायल ईरानी हमलों का जवाब देने के लिए अपनी साइबर युद्ध क्षमताओं का भी इस्तेमाल कर सकता है। लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल के सामूहिक पेजर हमले ने इसकी गुप्त यूनिट 8200 पर ध्यान केंद्रित कर दिया है, जो इजरायल रक्षा बलों की विशेषज्ञ साइबर युद्ध और खुफिया इकाई है। इसके बारे में पश्चिमी सुरक्षा सूत्रों ने कहा था कि वह ऑपरेशन की योजना बनाने में शामिल थी।

मराठी, बंगाली समेत इन भाषाओं को मिला शास्त्रीय भाषा का दर्जा, PM मोदी ने कही ये बात

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बांग्ला भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने को मंजूरी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसे लेकर सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है और यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए सरकार के हमारी संस्कृति को आगे बढ़ाने, हमारी विरासत पर गर्व करने, सभी भारतीय भाषाओं और हमारी समृद्ध विरासत पर गर्व करने के दर्शन के अनुरूप है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर इन भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार क्षेत्रीय भाषाओं को लोकप्रिय बनाने की अपनी प्रतिबद्धता पर अटूट रही है। पीएम मोदी ने इस फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट किए और कहा कि ये सभी भाषाएं सुंदर हैं और देश की जीवंत विविधता को रेखांकित करती हैं। उन्होंने इसके लिए सभी को बधाई देते हुए कहा, “हमारी सरकार भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को महत्व देती है और उसका जश्न मनाती है। हम क्षेत्रीय भाषाओं को लोकप्रिय बनाने की अपनी प्रतिबद्धता पर भी अटूट रहे हैं।”

मराठी को अभूतपूर्व और भारत का गौरव करार देते हुए उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह सम्मान हमारे देश के इतिहास में मराठी के समृद्ध सांस्कृतिक योगदान को मान्यता देता है। मराठी हमेशा से भारतीय विरासत की आधारशिला रही है। मुझे विश्वास है कि शास्त्रीय भाषा का दर्जा मिलने से कई और लोग इसे सीखने के लिए प्रेरित होंगे।” उन्होंने कहा कि असमिया संस्कृति सदियों से फूलती-फलती रही है और इसने देश एक समृद्ध साहित्यिक परंपरा दी है। उन्होंने कहा, “कामना है कि आने वाले समय में यह भाषा और भी लोकप्रिय होती रहे। मेरी बधाई।”

बांग्ला को महान भाषा करार देते हुए उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि इसे दुर्गा पूजा के शुभ समय के दौरान शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा, “बांग्ला साहित्य ने अनगिनत लोगों को वर्षों से प्रेरित किया है। मैं विश्व भर के सभी बांग्ला भाषियों को इसके लिए बधाई देता हूं।’’ पाली और प्राकृत भारत की संस्कृति के मूल में बसी भाषाएं करार देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आध्यात्मिकता, ज्ञान और दर्शन की भाषाएं भी हैं। उन्होंने कहा, “ये भाषाएं अपनी साहित्यिक परंपराओं के लिए भी जानी जाती हैं। शास्त्रीय भाषाओं के रूप में इन्हें जो मान्यता दी गई है, यह भारतीय विचार, संस्कृति और इतिहास पर उनके कालातीत प्रभाव का सम्मान है।”

प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि उन्हें शास्त्रीय भाषाओं के रूप में मान्यता देने के मंत्रिमंडल के निर्णय के बाद और अधिक लोग उनके बारे में जानने के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा, “यह वास्तव में एक खुशी का क्षण है!” प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल के अन्य फैसलों की भी सराहना की। चेन्नई मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को मंत्रिमंडल की मंजूरी मिलने पर उन्होंने कहा कि इससे एक जीवंत शहर में जीवन जीने की सुगमता को को बढ़ावा मिलेगा। चेन्नई और तमिलनाडु के लोगों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, “यह यातायात को आसान बनाने, स्थिरता और आर्थिक विकास में सुधार करने में मदद करेगा।” उन्होंने कहा कि उनकी सरकार किसान भाई-बहनों के कल्याण के लिए हम प्रतिबद्ध है और इसी दिशा में आज दो अहम फैसले लेते हुए पीएम-राष्ट्रीय कृषि विकास योजना और कृषि उन्नति योजना को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि इससे अन्नदाताओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही खाद्य सुरक्षा को और मजूबती मिलेगी।

देश का मानसून ट्रैकर:बिहार सहित 16 राज्यों में बारिश का अलर्ट, बंगाल में 50km की रफ्तार से हवाएं चलेंगी; MP में दशहरा तक वर्षा नहीं

देश के अधिकतर राज्यों से मानसून विदा ले चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर बनने की संभावना है, जिससे पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड सहित कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है।

IMD ने 16 राज्यों में बारिश का अनुमान जताया है। पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

बिहार के 20 जिलों में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। राज्य के 17 जिलों में 14.62 लाख आबादी पहले से बाढ़ के पानी से घिरी हुई है। ऐसे में बारिश से लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है।

यूपी के गोरखपुर में राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ने से 29 गांवों में बाढ़ की आ गई है। महराजगंज में 20 से अधिक गांव बाढ़ में डूब गए हैं। करीब 50 हजार लोग प्रभावित हैं। स्कूल-कॉलेज और सड़कें जलमग्न हैं। वाराणसी में 3 अक्टूबर को तेज हवाओं के साथ दो घंटे में 6.3 मिमी बारिश हुई। एक जर्जर दो मंजिला मकान ढह गया।

दूसरी तरफ, राजस्थान, गुजरात में बारिश नहीं हो रही है। मध्य प्रदेश में दशहरा तक बारिश का अलर्ट नहीं है। राज्य के ग्वालियर में 3 अक्टूबर को तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। छत्तीसगढ़ के रायपुर में 36.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया।

केंद्र की बाढ़ प्रभावित 14 राज्यों को 5858.60 करोड़ रुपए की मदद केंद्र सरकार ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित 14 राज्यों को 5858.60 करोड़ रुपए की मदद जारी की। सबसे ज्यादा 1492 करोड़ रुपए महाराष्ट्र के लिए और सबसे कम 19.20 करोड़ रुपए नगालैंड को दिए गए हैं। पश्चिम बंगाल को 468 करोड़ रुपए, केरल को 145.60 करोड़ और बिहार के लिए 655.60 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं।

बिहार-पश्चिम बंगाल जाएगी IMCT टीम केंद्र सरकार की जारी मदद भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से हुए नुकसान के लिए है। बिहार और पश्चिम बंगाल में बाढ़ से हुए नुकसान के आकलन के लिए IMCT जल्द इन राज्यों में भेजी जाएंगी। टीम की रिपोर्ट मिलने के बाद आपदा प्रभावित राज्यों को NDRF से अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।

मध्य प्रदेश में पिछले 2 साल से नवरात्रि और दशहरे पर बारिश हो रही है, लेकिन इस बार ऐसा होने का अनुमान नहीं है। मौसम विभाग ने ग्वालियर-चंबल संभाग के 6 जिलों से मानसून की विदाई की घोषणा कर दी है। इसके बाद इन जिलों में गर्मी का असर बढ़ गया है। ग्वालियर में गुरुवार को पारा 36.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।

बिहार में 17 जिलों की 14.62 लाख आबादी बाढ़ के पानी से घिरी हुई है। मौसम विभाग ने 4 अक्टूबर से बारिश की संभावना जताई है। इससे लोगों की परेशानी और बढ़ सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक, आज बिहार के 20 जिलों में बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। इस साल मानसून एक हफ्ते की देरी से 15 अक्टूबर तक खत्म होने की संभावना है।

छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई का सिलसिला जारी है। लौटते मानसून से प्रदेश के कुछ जगहों पर आज हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। ज्यादातर हिस्सों में मौसम ड्राई रहेगा। बारिश रुकने से दिन का तापमान लगातार बढ़ रहा है। रायपुर, राजनांदगांव, बिलासपुर और जगदलपुर में पारा 34 डिग्री के पार पहुंच गया है।

हिमाचल प्रदेश में आज मौसम साफ रहेगा। 5 अक्टूबर से 5 जिले- चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, लाहौल स्पीति और सिरमौर में कुछ जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है। छह और सात अक्टूबर को मौसम साफ हो जाएगा। 8 अक्टूबर को फिर से बूंदाबांदी के आसार हैं। राज्य से मानसून की विदाई हो चुकी है। 14 शहरों का पारा 30 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा हो गया है।

हरियाणा में शुक्रवार, 4 अक्टूबर की रात से मौसम बदलेगा। चुनाव के दिन यानी 5 अक्टूबर को 18 जिलों में बारिश के आसार हैं। इसके बाद 7 अक्टूबर को फिर हल्की बारिश हो सकती है। IMD के अनुसार, राज्य में 24 घंटे में रात के तापमान में 1.1 डिग्री की कमी आई है। हिसार में सबसे कम 21.6 डिग्री तापमान रहा। यह सामान्य से 2 डिग्री कम है।

पंजाब और चंडीगढ़ में आज से मौसम बदलेगा। इस दौरान 8 जिलों में बारिश की संभावना है। राज्य के औसत अधिकतम तापमान में भी 0.3 डिग्री की गिरावट आई है। हालांकि, यह राज्य के सामान्य तापमान से 2.4 डिग्री अधिक रहा है। गुरुवार, 3 अक्टूबर को बठिंडा और फरीदकोट में सबसे अधिक 38.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।