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Thursday, December 19, 2024
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IND vs BAN: दिल्ली में होगी टीम इंडिया की असली परीक्षा, ​बांग्लादेश यहीं पर दे चुकी है गच्चा

बांग्लादेश ने भारतीय टीम ने जो एक टी20 इंटरनेशनल मैच जीता है, वो इसी दिल्ली के स्टेडियम में खेला गया है। इसलिए टीम इंडिया को सावधान रहने की जरूरत है।
भारत और बांग्लादेश के बीच अब दूसरे मैच की बारी है। भारतीय टीम ने सीरीज का पहला ही मुकाबला ग्वालियर में खेला और 7 विकेट से जीतकर सीरीज में लीड बना ली है। लेकिन अब दूसरा मैच है, जो दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा। ये वही स्टेडियम है, जो अब से कुछ साल पहले तक फिरोज शाह कोटला स्टेडियम के नाम से जाना और पहचाना जाता था। दिल्ली का मैच भारतीय टीम के लिए क्यों अहम है, वो हम आपको बताएंगे। लेकिन उससे पहले ये जान लीजिए कि ये वही स्टेडियम है, जहां बांग्लादेश की टीम भारतीय टीम को गच्चा देने में कायमाब रही थी।
दिल्ली के इसी स्टेडियम में बांग्लादेश की टीम दे चुकी है टीम इंडिया को मात
भारत और बांग्लादेश के बीच अब तक कुल 15 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले गए हैं। इसमें से एक ही मैच बांग्लादेश की टीम जीत पाई है और बाकी सभी मैच टीम इंडिया ने अपने नाम किए हैं। खास बात ये है कि टीम इंडिया जो एक मैच बांग्लादेश से हारी है, वो दिल्ली में ही हारी है। ये मुकाबला साल 2019 में खेला गया था। तब भारतीय टीम की कप्तानी रोहित शर्मा कर रहे थे, वहीं बांग्लादेश की कप्तानी मुहमदुल्ला के हाथ में थी। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मैच में 6 विकेट पर 148 रन बनाए थे, इसके जवाब में बांग्लादेश की टीम ने 19.3 ओवर में ही टारगेट चेज कर लिया था। यही एक वो मैच है, जो बांग्लादेश ने भारत से जीता है। इसके बाद और इससे पहले कभी भी बांग्लादेशी टीम बाजी मारने में सफल नहीं रही है। अब फिर से उसी स्टेडियम पर मैच होगा, इसलिए भारतीय टीम को यहां सावधान रहने की जरूरत है।

टीम इंडिया जीत के रथ पर सवार
इस बीच भारतीय क्रिकेट टीम पिछले काफी वक्त से जीत के रथ पर सवार है। टीम इंडिया पिछले 8 लगातार टी20 इंटरनेशनल मैच जीत चुकी है। यानी टीम इंडिया जीती तो ये उसकी लगातार नौंवी जीत होगी। साथ ही तीन मैचों की सीरीज पर भारतीय टीम का कब्जा भी हो जाएगा। इस​ लिहाज से ये मैच और भी ज्यादा अहम हो जाता है। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में ही टीम इंडिया एक बार फिर से उतरने जा रही है। साथ ही टीम भी करीब करीब वही होगी, जो पिछले मैच में देखने के लिए मिली थी। उसमें बहुत ज्यादा बदलाव की संभावना नजर नहीं आती है।

दिल्ली में पिछले मैच में भी हारी है भारतीय क्रिकेट टीम
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में जून 2022 में इससे पहले टी20 इंटरनेशनल मैच खेल गया था। यानी करीब दो साल से दिल्ली के फैंस यहां मैच देखना चाहते हैं, जो अब 9 अक्टूबर को पूरा होता हुआ नजर आएगा। साल 2022 में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच मैच था, तब साउथ अफ्रीका ने वो मैच 7 विकेट से अपने नाम किया था। ऐसे में भारतीय टीम को अति आत्मविश्वास से बचना होगा।

MP में ड्रग्स मामले में कांग्रेस BJP पर हमलावर, जीतू पटवारी ने सीएम मोहन यादव से पूछे सवाल

राजधानी भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ होने के बाद कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है. जीतू पटवारी ने पूछा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव गृहमंत्री के रूप में क्या कर रहे हैं
राजधानी भोपाल में ड्रग्स की फैक्ट्री का खुलासा होने के बाद कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जवाब मांगा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि कौन युवा पीढ़ी को नशे की जद में धकेल रहा है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में जीतू पटवारी ने पीएम मोदी के मुंबई में दिए भाषण को भी सुनाया. महाराष्ट्र के वाशिम में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया था.

ड्रग्स केस में कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

जीतू पटवारी ने कहा कि अब भोपाल में 1800 करोड़ रुपये कीमत की ड्रग्स बरामद हुई है. मादक पदार्थ मेफेड्रोन बनाने का काम फैक्ट्री में हो रहा था. उन्होंने पूछा कि राजधानी में ही ड्रग्स की फैक्ट्री चल रही है तो मुख्यमंत्री मोहन यादव गृहमंत्री के रूप में क्या कर रहे हैं. युवा पीढ़ी को नशे में धकेलने का यह षडय़ंत्र किसके संरक्षण में किया जा रहा है.

अरुण यादव ने भी उठाये गंभीर सवाल

ड्रग्स मामले में कांग्रेस नेता एक के बाद एक ट्वीट कर बीजेपी सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं. पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने एक्स अकाउंट पर आरोप लगाते हुए लिखा, “पीएम मोदी कांग्रेस पर झूठे आरोप लगा रहे थे, मगर मध्य प्रदेश से करोड़ों रुपये की एमडी ड्रग्स मामले में बीजेपी वाले का कनेक्शन सामने आया है. मुझे लगता है कि मध्य प्रदेश की पुलिस और इंटेलिजेंस को पता नहीं चल पाया होगा.”

बता दें कि अरुण यादव पहले भी ट्वीट कर मध्य प्रदेश की पुलिसिंग व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर चुके हैं. उन्होंने कहा था, “मध्य प्रदेश अब माफियाओं का प्रदेश बन चुका है. प्रदेश में शराब माफिया, रेत माफिया और अब ड्रग्स माफिया सक्रिय हो गए हैं. राजधानी भोपाल में 1800 करोड़ रुपये की 907 किलो एमडी ड्रग्स का गुजरात एटीएस के जरिये पकड़ा जाना बताता है कि मध्य प्रदेश की पुलिसिंग व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है

कांग्रेस का चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप, कहा- वेबसाइट डाटा धीरे अपडेट किया, हमारे कार्यकर्ता परेशान हुए

हरियाणा विधानसभा चुनाव के रुझानों में शुरुआत में कांग्रेस आगे थी, लेकिन बाद में बीजेपी ने बढ़त बनाई और अब राज्य में बीजेपी की सरकार बनती दिख रही है। इस बीच कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के रुझान में पिछड़ने के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का कहना है कि चुनाव आयोग के अधिकारियों ने जानबूझकर डाटा धीरे अपडेट किया। इससे उनके कार्यकर्ताओं को परेशानी हुई। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि माइंडगेम खेला जा रहा है और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मतगणना केंद्रों में डटे रहना चाहिए। कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) ने कहा “निराश होने की कोई जरूरत नहीं है…खेल खत्म नहीं हुआ है। दिमागी खेल खेले जा रहे हैं। हम पीछे नहीं हटेंगे, निराश होने की कोई जरूरत नहीं है। हमें जनादेश मिलने वाला है। कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है।
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी ने कहा “हम अगले 5-7 मिनट में एक ज्ञापन दाखिल करने जा रहे हैं। हम शिकायत दर्ज करा रहे हैं। हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग हमारे सवालों का जवाब देगा। 10-11 राउंड के नतीजे पहले ही आ चुके हैं, लेकिन चुनाव आयोग की वेबसाइट पर सिर्फ 4-5 राउंड के नतीजे ही अपडेट किए गए हैं। यह प्रशासन पर दबाव बनाने की एक चाल है।”

शुरुआती रुझान में कांग्रेस को मिली थीं 70 सीटें
शुरुआती रुझान में कांग्रेस को 70 से ज्यादा सीटें मिलती दिखाई दे रही थीं। राज्य में कुल 90 सीटें हैं। इनमें से 70 में बढ़त बनाने के बाद कांग्रेस अपनी जीत तय मान चुकी थी। हालांकि, थोड़ी देर में आंकड़े बदले और बहुमत कांग्रेस की बजाय बीजेपी को मिल गया। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाए हैं। हरियाणा में बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 46 है।

बीजेपी ने दिया जवाब
कांग्रेस नेताओं की शिकायत के बाद बीजेपी नेताओं ने कहा कि कांग्रेस का यह बयान साबित करता है कि उन्होंने हार मान ली है। बीजेपी ने जीत का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हार स्वीकार करते हुए सुरक्षा के उपाय शुरू कर दिए हैं और चुनाव आयोग को दोष देना शुरू कर दिया है।

मालामाल होने का टाइम, आग की तरह फैली खजाने की खबर, क्या सच में जमीन उगल रही है सोने की सिक्के

बुरहानपुर. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से अजब गजब मामला सामने आया है. जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर असीरगढ़ गांव में एक खेत में मुगलकालीन सोने के सिक्के मिलने का मामला सामने आया है. हालांकि यह अफवाह है या हकीकत, इसकी पुरातत्व विभाग जांच कर रहा है. लेकिन इतिहासकारों के मुताबिक यह सिर्फ अफवाह है. यह अफवाह अब जिलें में आग की तरह फैल रही है. सोशल मीडिया पर भी सोने के सिक्के मिलने की खूब चर्चा है. मुगलकालीन सोने के सिक्के का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. फिलहाल इन सिक्कों को इतिहासकारों ने नकली और फेक बताया है.

मालूम हो कि नेशनल हाइवे में खुदाई का काम चल रहा है. सड़क निर्माण विभाग ने खेतों में खुदाई की है. इसी दौरान सोने के सिक्के मिलने की अफवाह फैल गई है. हालांकि इस मामले में कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई, लेकिन इतिहासकार कमरुद्दीन फलक ने इसे केवल एक अफवाह बताकर असली और नकली सिक्के में अंतर साफ-साफ बताया है.

इतिहासकार कमरुद्दीन फलक का कहना है कि असीरगढ़ गांव में ऊंची पहाड़ी पर असीरगढ़ का मुगलकालीन किला है. जब सन 1601 इस्वी में शासक अकबर ने असीरगढ़ किले को घेरा था तब स्थानीय लोगों ने इनसे बचने के लिए सोने के सिक्के जमीन में गाड़ दिए थे. अलाउद्दीन खिलजी के समय भी लोगों ने सोने के सिक्के गाड़े थे. इलाके में सोने के सिक्के मिलना कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है. कई बार मुगलकालीन सिक्के मिलने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, लेकिन वर्तमान में जो सिक्के मिले है वह सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है. किसी ने देखे नहीं है.

उन्होंने असली और नकली सिक्के में अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि नकली सिक्का तुगलक डायनेस्टी का है जिस पर उर्दू भाषा में ताजुलमुल्क फिरोज लिखा है. इसमें जर्ब टकसाल नहीं लिखा है. हर अधिकृत सिक्के पर टकसाल होती है जो वायरल सिक्कों पर नहीं है क्योंकि ये नकली है. इतिहासकार कमरुद्दीन फलक ने इस तरह की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की प्रशासन से मांग की है. हालांकि इस मामले की जांच में पुरातत्व विभाग की टीम जुट गई है. जांच पड़ताल की जा रही है कि आखिर इस मामले में कितनी सच्चाई है. हकीकत है या अफवाह इसकी जांच की जा रही है.

घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 2030 तक बढ़कर हो जाएगी 30 करोड़, एयरपोर्ट्स पर हो रहा इतना खर्च

नागर विमानन मंत्री के.राममोहन नायडू ने कहा कि भारत में वर्तमान में 157 हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट और वॉटरड्रोम हैं। साल 2025 के आखिर तक चालू एयरपोर्ट की संख्या 200 तक पहुंचने की उम्मीद है।
भारत में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 2030 तक 30 करोड़ तक पहुंच जाने का अनुमान है। नागर विमानन मंत्री के.राममोहन नायडू ने सोमवार को यह बात कही। हाल के वर्षों में डोमेस्टिक पैसेंजर्स की तादाद लगातार बढ़ती रही है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार हवाई अड्डों के विकास पर करीब 11 अरब डॉलर खर्च कर रही है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, फ्रेंच एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (जीआईएफएएस) की तरफ से राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित सम्मेलन में उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस एक मजबूत वैश्विक एसएएफ (सतत विमानन ईंधन) सप्लाई चेन विकसित करने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं।
200 और एयरपोर्ट्स के विकसित होने की उम्मीद
खबर के मुताबिक, भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते सिविल एविएशन मार्केट में से एक है। साथ ही बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए एयरलाइंस अपने बेड़े के साथ-साथ सिस्टम का भी विस्तार कर रही हैं। नायडू ने कहा कि अगले 20-25 वर्षों में 200 और एयरपोर्ट्स के विकसित होने की उम्मीद है। भारत में वर्तमान में 157 हवाई अड्डे, हेलीपोर्ट और वॉटरड्रोम हैं। साल 2025 के आखिर तक चालू एयरपोर्ट की संख्या 200 तक पहुंचने की उम्मीद है। मंत्री ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच साझेदारी की संभावनाएं अपार हैं।

जुलाई में तेज बढ़ोतरी हुई थी
डीजीसीए के मुताबिक, जुलाई में भारतीय एयरलाइन कंपनियों ने 12.9 मिलियन से अधिक यात्रियों को हवाई यात्रा कराई। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 7.3 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है। हालांकि, जुलाई में हवाई यातायात इस वर्ष जून में घरेलू एयरलाइन्स द्वारा ले जाए गए 13.2 मिलियन लोगों की तुलना में कम था। जून में खत्म तिमाही में भारत से आने-जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी देखी हुई थी। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून में भारत से आने-जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय हवाई यातायात में सालाना आधार पर 13% की वृद्धि हुई थी और यह लगभग 17.7 मिलियन यात्रियों तक पहुंच गया।

IND vs BAN: इतनी जल्द हार्दिक के रिकॉर्ड के करीब पहुंचे सूर्यकुमार यादव, बांग्लादेश सीरीज में टूटने का खतरा

सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम टी20 में कमाल का प्रदर्शन कर रही है। इसी बीच सूर्या एक खास लिस्ट में हार्दिक पांड्या के रिकॉर्ड के बेहद करीब आ गए हैं।
IND vs BAN: भारत और बांग्लादेश के बीच टी20 सीरीज का आयोजन किया जा रहा है। इस सीरीज के पहले मुकाबले को टीम इंडिया ने 7 विकेट से अपने नाम कर लिया है। सीरीज का दूसरा मुकाबला 09 अक्टूबर को दिल्ली में खेला जाएगा। भारतीय टीम सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में कमाल का प्रदर्शन कर रही है। इसी बीच सूर्यकुमार यादव एक खास लिस्ट में हार्दिक पांड्या के रिकॉर्ड के बेहद करीब आ गए हैं। वहीं बांग्लादेश के खिलाफ इस सीरीज के दौरान सूर्या, हार्दिक के आगे भी निकल सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि वह रिकॉर्ड क्या है।
सूर्या के पास हार्दिक को पछाड़ने का मौका
टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम इंडिया की जीत के बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया। रोहित शर्मा के संन्यास लेने के बाद सूर्या को टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया है। सूर्या लगातार भारतीय टीम को अच्छी दिशा में लीड कर रहे हैं। इसी बीच बतौर कप्तान भारत के लिए सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में सूर्या इस वक्त 5वें स्थान पर मौजूद हैं। टीम इंडिया ने रोहित शर्मा की कप्तानी में सबसे ज्यादा 50 मैचों में जीत हासिल की है। वहीं सूर्या की कप्तानी में अब भारत के 9 जीत हो गए हैं। सूर्या बांग्लादेश के खिलाफ अगर अगला टी20 मुकाबला जीत जाते हैं तो उनके नाम कुल 10 जीत हो जाएगी और वह हार्दिक पांड्या की बराबरी कर लेंगे। भारतीय टीम ने हार्दिक की कप्तानी में 16 मैचों में से 10 में जीत हासिल की थी।
कैसा रहा पहले टी20 मैच का हाल
भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए पहले टी20 मुकाबले के बारे में बात करें तो इस मुकाबले में टीम इंडिया के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश की टीम इस मैच में 19.5 ओवर में 127 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई। इसके बाद टीम इंडिया बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरी जहां भारतीय टीम ने सिर्फ 11.5 ओवर में तीन विकेट खोकर 132 रन बनाए और इस मुकाबले को बड़ी आसानी के साथ जीत लिया। फैंस को टीम इंडिया के अगले मुकाबले में भी कुछ ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद है।

Singham Again के ट्रेलर लॉन्च पर नहीं दिखीं दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह ने बताई वजह

सिंघम अगेन’ ट्रेलर लॉन्च के दौरान रणवीर सिंह ने बताया कि दीपिका इस इवेंट में क्यों नहीं आ पाईं। रोहित शेट्टी की इस कॉप यूनिवर्स की पांचवी फिल्म में अजय देवगन, करीना कपूर के अलावा टाइगर श्रॉफ, दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और अक्षय कुमार भी दिखाई देंगे।
रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘सिंघम अगेन’ का ट्रेलर रिलीज हो चुका है और लोगों के बीच चर्चा में बना हुआ है। फिल्म जबरदस्त एक्शन के साथ-साथ दमदार डायलॉग्स भी हैं। सोशल मीडिया पर लोग ट्रेलर में दिख रही स्टार कास्ट की खूब तारीफ भी कर रहे हैं। ‘सिंघम अगेन’ एक मल्टीस्टारर फिल्म है, जिसकी रिलीज का लोग काफी समय से इंतजार कर रहे हैं। इसी बीच सिंघम अगेन के ट्रेलर लॉन्च के दौरान जब रणवीर सिंह से सवाल किया गया कि दीपिका पादुकोण क्यों नहीं आई तो उन्होंने इसकी वजह बताते हुए कहा कि वो बिजी है।
ट्रेलर लॉन्च पर क्यों नहीं दिखीं दीपिका
रणवीर सिंह ने ‘सिंघम अगेन’ के ट्रेलर लॉन्च के दौरान खुलासा किया। जब अभिनेता से पूछा गया कि उनकी पत्नी दीपिका पादुकोण इस कार्यक्रम में क्यों नहीं आ सकीं तो उन्होंने अपने परिवार में एक नए सदस्य के आने का संकेत देते हुए कहा, ‘दीपिका अपने बच्चे की देखभाल में बहुत व्यस्त हैं, इसलिए वह इस इवेंट में नहीं आ पाईं।’ साथ ही उन्होंने आगे बताया, ‘दीपिका पादुकोण दिन में बेबी के साथ बहुत व्यस्त रहती हैं और मेरी ड्यूटी नाइट में है, इसलिए मैं आ गया।’

दीपिका की बेटी का बॉलीवुड डेब्यू
अभिनेता रणवीर सिंह के इस मजाकिया जवाब ने इवेंट में मौजूद सभी लोगों को हंसा दिया। उन्होंने आगे कहा,’मेरी बेटी का डेब्यू हो गया है। क्योंकि जब दीपिका सिंघम की शूटिंग कर रही थीं, तब वह प्रेग्नेंट थीं।’ वहीं इस ट्रेलर लॉन्च में रणवीर अपनी पत्नी के पोस्टर के साथ मस्ती करते हुए भी नजर आए।

सिंघम अगेन की कास्ट
रोहित शेट्टी की ‘सिंघम अगेन’ में अर्जुन कपूर एक खलनायक के रूप में नजर आने वाले हैं। वहीं रोहित शेट्टी के कॉप यूनिवर्स की पांचवी फिल्म है, जिसमें अजय देवगन, करीना कपूर के अलावा टाइगर श्रॉफ, दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और अक्षय कुमार भी दिखाई देंगे।

चंपई सोरेन को मिली अस्पताल से छुट्टी, पीएम मोदी ने भी फोन कर के जाना हाल

चंपई को ब्लड शुगर की से जुड़ी समस्याओं के कारण शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब उनकी हालत ठीक है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता चंपई सोरेन स्वास्थ्य संबंधी कारणों से अस्पताल में भर्ती थे। अब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उन्हें ब्लड शुगर की से जुड़ी समस्याओं के कारण शनिवार की रात को जमशेदपुर के टाटा मेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी चंपई सोरेन को फोन कर के उनके स्वास्थ्य का हाल जाना है। चंपई सोरेन के एक सहयोगी ने जानकारी दी है कि पीएम मोदी ने सुबह चंपई सोरेन को फोन किया है और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली है। पीएम मोदी ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
क्या बोले चंपई सोरेन?
चंपई सोरेन के बीते शनिवार को ब्लड शुगर लेवल में गिरावट के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जानकारी के मुताबिक, चंपई ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा था कि वह काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं और जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। अब चंपई ने जानकारी दी है कि ईश्वर तथा पुरखों की कृपा, डॉक्टरों के अथक प्रयास और आप सभी की प्रार्थना एवं आशीर्वाद से मुझे अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

भाजपा के साथ हैं चंपई सोरेन
बीते अगस्त महीने में चंपई सोरेन ने अनादर और अपमान का आरोप लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। मनी लॉन्ड्रिंग केस में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन को दो फरवरी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि, हेमंत के जमानत पर जेल से वापस आते ही चंपई को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

से राजनीतिक सभा शुरू की
अस्पताल से छूटते ही चंपई सोरेन ने एक बार फिर से राजनीतिक सभा शुरू कर दी है। उन्होंने जामताड़ा में मांझी परगना महासम्मेलन में भाग लिया है। उन्होंने लोगों से आदिवासी अस्मिता एवं आत्मसम्मान के जन-आंदोलन का हिस्सा बनने की अपील की है। बता दें कि इस साल के आखिर में झारखंड में विधानसभा चुनाव का आयोजन किया जाना है।

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में अबकी बार किसकी सरकार? 10 प्वाइंट्स में जानिए दोनों राज्यों का Exit Poll

8 अक्टूबर को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के परिणाम आएंगे। इसके पहले दोनो ही राज्यों के एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आ गए हैं। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में किसको कितनी सीटें मिल सकती हैं? आइये जानते हैं एग्जिट पोल के आंकड़े क्या कहते हैं?
चुनावी नतीजों से पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल सामने आ गए हैं। हरियाणा में इस बार बड़े उलटफेर के आसार हैं। जम्मू-कश्मीर में त्रिशंकु सरकार बन सकती है। एग्जिट पोल पोल के मुताबिक, हरियाणा में बीजेपी सत्ता से बाहर होगी। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार प्रंचड बहुमत से बनती दिख रही है।

हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधान सभा चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को आएंगे, लेकिन वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल ने बीजेपी की धड़कने बढ़ा दी है। दोनों ही राज्यों में बीजेपी सत्ता से दूर दिख रही है।
रविवार को जो एग्जिट पोल सामने आए हैं। उन आकंड़ों के अनुसार, हरियाणा में कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनाते दिख रही है। जम्मू-कश्मीर में इंडिया गठबंधन मजबूत दिख रहा है।
एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में कांग्रेस को 59 सीटें और बीजेपी को 23 सीटें मिल सकती हैं।
एग्जिट पोल में हरियाणा में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बना सकती है। इसके साथ ही 10 साल बाद हरियाणा में बीजेपी की सत्ता से विदाई हो सकती है।
एग्जिट पोल में हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों में बीजेपी 23, कांग्रेस 59, INLD- 2 और अन्य उम्मीदवारों को 6 सीटों पर जीत मिल सकती है।
हरियाणा में एग्जिट पोल बीजेपी के नंबर कम जरूर दिखा रहे हैं, लेकिन सीएम नायब सिंह सैनी दावा कर रहे हैं कि 8 अक्टूबर को तीसरी बार हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।
वहीं, दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर में भी बीजेपी को निराशा ही हाथ लगती दिख रही है। यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को बढ़त मिलने की संभावना भी जताई गई है।
एग्जिट पोल में जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस+NC गठबंधन 40 सीटों पर जीत दर्ज कर सकता है। वहीं, बीजेपी 29 और पीडीपी समेत अन्य पर्टियां 21 सीटों पर जीत दर्ज कर सकते हैं।
एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं है। कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) अलायंस को 35 से 45 सीटें और बीजेपी को 24 से 34 सीटों का अनुमान है।
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों में अन्य को 16-26 सीटें मिल सकती हैं। जम्मू-कश्मीर में 5 पांच विधायकों के मनोनयन के बाद 95 सीटों वाले विधानसभा में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 48 सीटों का होगा।

Exit Poll के आंकड़ों पर बृजभूषण सिंह का आया बयान, हरियाणा को लेकर कही ये बात

दो राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर जारी किए गए एग्जिट पोल पर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तो हमें दिखाई पड़ रहा है कि बीजेपी सरकार बनाएगी।
जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुका है। 8 अक्टूबर को नजीते आएंगे। उससे पहले दोनों राज्यों को लेकर एग्जिट पोल जारी किए गए हैं, जिस पर तमाम सियासी पार्टियों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इस बीच, दोनों राज्यों के नतीजे को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख और बीजेपी नेता बृजभूषण शरण सिंह का भी बयान सामने आया है।
बृजभूषण सिंह से पूछा गया कि क्या लगता है हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में कौन सरकार बनाएगा? इस पर उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तो हमें दिखाई पड़ रहा है कि बीजेपी सरकार बनाएगी, जबकि हरियाणा को लेकर कहा कि यहां पर बोलना मना है।
क्या है पूरा मामला?

बता दें कि बीजेपी ने बृजभूषण शरण सिंह को पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के खिलाफ बयानबाजी से दूर रहने की सलाह दी है। उन्होंने दोनों पहलवानों के खिलाफ कांग्रेस में शामिल होने पर निशाना साधा था। पूर्व WFI प्रमुख ने कहा कि विनेश और बजरंग ने कुश्ती में नाम कमाया, उसी से मशहूर हुए, लेकिन अब कांग्रेस में शामिल होने से उनका नाम मिट जाएगा। इसके साथ ही बृजभूषण ने विनेश पर कुश्ती को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विनेश और बजरंग ने कुश्ती के माहौल का खराब किया है।

वहीं, बृजभूषण ने कांग्रेस पर विनेश को इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और कहा कि हरियाणा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस विनेश और बजरंग को मोहरे के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। दरअसल, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया उन पहलवानों में शामिल थे, जिन्होंने बृजभूषण सिंह पर कई जूनियर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाते हुए पिछले साल दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था और इसे लेकर भारतीय कुश्ती जगत में भारी बवाल देखने को मिला।