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Thursday, December 19, 2024
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धनतेरस पर महाकाल की भस्म आरती:बाबा के दरबार में दीप उत्सव की शुरुआत, जयकारों से गूंज उठा मंदिर

उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में धनतेरस पर भस्म आरती के साथ दीप उत्सव की शुरुआत हुई। शुक्रवार तड़के सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट खोले गए। भगवान महाकाल का सबसे पहले जलाभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शहद, फल के रस से बने पंचामृत से अभिषेक कर पूजन हुआ, फिर बाबा को भस्म चढ़ाई गई। धनतेरस पर बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया। महाकाल मंदिर के पुरोहित और पंडितों ने देश में सुख, समृद्धि की कामना के साथ भगवान महाकाल की विशेष पूजन कर भस्म आरती की। सैकड़ों श्रद्धालु भस्म आरती में शामिल हुए, महाकाल के भक्तों ने जयकारे लगाए।

10 नवम्बर को मंदिर में धनतेरस मनाया गया। इस दिन मंदिर के पुरोहित परिवार द्वारा सुबह भगवान का अभिषेक पूजन किया गया। इस दिन पुरोहित समिति द्वारा देश में सुख, समृद्धि व अरोग्याता की कामना से भगवान महाकाल का अभिषेक-पूजन किया गया।

भगवान श्री महाकाल मंदिर में पारंपरिक दीपोत्सव वैसे तो रमा एकादशी पर गर्भगृह और नंदीहाल में दीप जलाकर दीप उत्सव का आगाज किया गया जिसके बाद आज सुबह श्री महाकाल मंदिर मे धनतेरस का पर्व मनाया गया। परंपरानुसार धनतेरस पर सुबह समस्त पुजारी-पुरोहित समिति द्वारा भगवान का अभिषेक व पूजन अर्चन किया गया। इस दौरान पूजन मे मंदिर समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर मंदिर समिति के प्रशासक व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। दीपावली उत्सव के तहत सुबह धनतेरस पर्व पर श्री महाकालेश्वर मंदिर पुरोहित समिति के तत्वावधान मे सुबह भगवान महाकालेश्वर का पूजन-अभिषेक किया गया। रविवार 12 नवंबर को सुबह रूप चौदस पर भगवान महाकाल को अभ्यंग स्नान करवाया जाएगा, इस दौरान बाबा को हल्दी, चंदन, इत्र, सुगंधित द्रव्य से स्नान होगा। पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान को उबटन लगाएंगी। इसके साथ ही बाबा को गर्म जल से स्नान प्रारंभ होगा।

बाबा महाकाल के आंगन में सबसे पहले मनाया जाता है पर्व
उज्जैन शहर की परंपरा है कि यहां पर दीपावली की शुरुआत भगवान महाकाल के मंदिर से होती है। सबसे पहले यहां आयोजन होते हैं, उसके बाद शहर में दीपावली महोत्सव प्रारंभ होता है। पं. महेश पुजारी ने बताया कि रमा एकादशी से शाम से महाकाल मंदिर में दीप प्रज्जवलन का सिलसिला शुरू हो  गया।जो दीपावली तक चलेगा। दीप प्रज्जवलन गर्भगृह और नंदीहाल से प्रारंभ हुआ। इसके बाद मंदिर परिसर में स्थित अन्य मंदिरों में भी दीपों का प्रज्जवलन किया गया।धनतेरस के पूजन में आज यह हुआ
10 नवम्बर को मंदिर में धनतेरस मनाया गया। इस दिन मंदिर के पुरोहित परिवार द्वारा सुबह भगवान का अभिषेक पूजन किया गया। इस दिन पुरोहित समिति द्वारा देश में सुख, समृद्धि व अरोग्याता की कामना से भगवान महाकाल का अभिषेक-पूजन किया गया। पं. महेश गुरु ने बताया कि भगवान को सुख-समृद्धि के लिए चांदी का सिक्का अर्पित कर पूजा-अर्चना की गई।
गर्म जल से शुरू होगा बाबा महाकाल का स्नान
रूप चतुर्दशी पर पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान को केसर चंदन का उबटन लगाएंगी। पुजारी भगवान को गर्म जल से स्नान कराएंगे। कर्पूर से आरती होगी। साल में एक दिन रूप चतुर्दशी पर पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान का रूप निखारने के लिए उबटन लगाकर कर्पूर आरती करती हैं। स्नान के बाद महाकाल को नए वस्त्र, सोने चांदी के आभूषण धारण कराकर आकर्षक श्रृंगार किया जाएगा। इसके बाद अन्नकूट भोग लगाकर फुलझड़ी से आरती की जाएगी। भस्म आरती में पुजारी केसर, चंदन का उबटन लगाकर भगवान को गर्म जल से स्नान कराएंगे। सोने चांदी के आभूषण से आकर्षक श्रृंगार कर नए वस्त्र धारण कराए जाएंगे। पश्चात अन्नकूट का महाभोग लगाकर फुलझड़ी से आरती की जाएगी। शाम को दीपोत्सव अंतर्गत समृद्धि के दीप जलाए जाएंगे।

12 नवंबर को दीपावली, गोवर्धन पूजन 14 को
12 नवंबर को सुबह रूप चौदस और शाम को दीपावली पर्व मनेगा। भस्मारती से रात 10.30 बजे शयन आरती तक नियमित पांच आरतियों में फुलझड़ी चलाई जाएगी। भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाएगा। अगले दिन 13 नवंबर को सोमवती अमावस्या रहेगी। 14 नवंबर को कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा पर मंदिर के मुख्य द्वार पर पुजारी परिवार की महिलाएं गोबर से गोवर्धन बनाकर पूजा-अर्चना करेगी। इसके बाद चिंतामन स्थित मंदिर की गोशाला में गोवंश की पूजा-अर्चना की जाएगी।

माँ गजलक्ष्मी का हुआ दुग्धाभिषेक
नईपेठ स्थित माता गजलक्ष्मी मंदिर मे धनतेरस से दीपावली उत्सव प्रारंभ हो गया है। मंदिर के पुजारी पं.राजेश शर्मा ने बताया धनतेरस से दीपावली तक तीन दिन सुबह 8 बजे से माता गजलक्ष्मी का दुग्धाभिषेक होगा। दीपावली के दिन 2100 लीटर दूध से अभिषेक किया जाएगा। दिन में माता का विशेष श्रंगार कर पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद हवन होगा। शाम को छप्पन पकवानों का भोग लगाकर महाआरती की जाएगी। सुबह से रात 2 बजे तक दर्शनार्थियों का तांता लगा रहेगा। महिलाओं को सौभाग्य कुमकुम व प्रसादी बांटी जाएगी। मान्यता है कि प्राचीन गजलक्ष्मी माता की आराधना करने से धन धान्य की प्राप्ती होती है। माँ गजलक्ष्मी राजा विक्रमादित्य की राजलक्ष्मी के रूप में यहां विराजित है।

पूर्व मिस इंडिया अदिति आर्य और जय कोटक की शादी:दोनों अमेरिका में पढ़े, वहीं हुई पहली मुलाकात; बैंकर उदय कोटक के बेटे हैं जय

अरबपति बैंकर उदय कोटक के बेटे जय कोटक ने मंगलवार को पूर्व मिस इंडिया अदिति आर्य से शादी कर ली है। शादी मुंबई के जियो कन्वेंशन सेंटर में हुई, जबकि अन्य रस्में और फंक्शन उदयपुर में आयोजित किए गए। इस शादी में अंबानी परिवार समेत जाने-माने बिजनेसमैन शामिल हुए।

मनी कंट्रोल की रिपोर्ट्स के मुताबिक, जय और अदिति की मुलाकात पहली बार अमेरिका में हुई थी। लंबे समय से डेट करने के बाद दोनों ने इसी साल मई में सगाई की थी। इस बात की जानकारी जय ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर कर दी थी, तभी ये बात मीडिया के सामने आई थी। पोस्ट में उन्होंने अदिति को मंगेतकर कहा था और येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी से पास आउट होने की बधाई दी थी।

कौन हैं अदिति आर्या?
अदिति आर्या का जन्म 18 सितंबर 1993 को चंडीगढ़ में हुआ था। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज से ग्रेजुएशन पूरा किया। इसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई की अमेरिका के येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी से की।

पढ़ाई के साथ उन्हें मॉडलिंग का भी शौक था। 2015 में 52वें ब्यूटी कॉन्टेस्ट में उन्होंने फेमिना मिस इंडिया में पार्टिसिपेट किया था और विनर भी रहीं। इसके बाद उन्होंने चीन में आयोजित 2015 मिस वर्ल्ड काॅम्पीटिशन में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

अदिति ने फिल्म इस्म से टाॅलीवुड में डेब्यू किया था। पुरी जगन्नाध के डायरेक्शन में बनी ये फिल्म बाॅक्स ऑफिस पर हिट रही थी और फिल्म क्रिटिक्स को भी अदिति का काम बहुत पसंद आया था। इंस्टाग्राम पर अदिति के 3.4 लाख से अधिक फॉलोअर्स हैं, जहां वो पर्सनल लाइफ से जुड़ी चीजें शेयर करती हैं।

कौन हैं जय कोटक?
बैंकिंग टाइकून उदय कोटक के बेटे जय कोटक ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से MBA किया है। वहीं उन्होंने कोलंबिया यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री में BA भी किया है। अभी जय कोटक महिंद्रा बैंक के डिजिटल फर्स्ट मोबाइल बैंक कोटक 811 के को-लीड हैं। इसके अलावा वो पिता के साथ कोटक महिंद्रा बैंक के कारोबार में हाथ बंटाते हैं।

कोटक महिंद्रा बैंक के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर उदय कोटक क्रिकेट के शौकीन रहे हैं, लेकिन चोट की वजह से उन्होंने खेल से दूरी बना ली। फिर उन्होंने 1985 में दोस्तों से 30 लाख रुपए उधारी लेकर इन्वेस्टमेंट कंपनी की शुरुआत की थी। बाद में वो महिंद्रा ग्रुप के साथ जुड़े और कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत की।

उदय कोटक आज भारत के 10वें सबसे अमीर उद्योगपति हैं। फोर्ब्‍स की रिच लिस्‍ट के मुताबिक उनकी नेटवर्थ 1.15 लाख करोड़ रुपए है।

लिंग्याज विद्यापीठ में घरेलू हिंसा के प्रति जागरूकता शिविर का आयोजन

फरीदाबाद: लिंग्याज विद्यापीठ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लॉ द्वारा राजकीय प्राथमिक पाठशाला तिलोरी में एक विशेष निःशुल्क विधिक सहायता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य घरेलू हिंसा के प्रति आम जनता को जागरूक करना था। शिविर का आयोजन यूनिवर्सिटी चांसलर डॉ पिचेश्वर गड्ढे और प्रो चांसलर प्रोफेसर डॉ एम के सोनी के दिशा-निर्देशन में किया गया।

इस कार्यक्रम में, विभाग के छात्रों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से घरेलू हिंसा के विरुद्ध जागरूकता फैलाई और घरेलू हिंसा अधिनियम के प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि घरेलू हिंसा के शिकार महिलाएं किस प्रकार न्यायालय से उपचार प्राप्त कर सकती हैं और इस संदर्भ में घरेलू हिंसा आधिकारी के हेल्पलाइन नंबर 1091 और 1291 की महत्वपूर्ण जानकारी साझा की।

इस अवसर पर ग्राम वासियों की कानूनी समस्याओं का समाधान भी किया गया और उपस्थित लोगों को घरेलू हिंसा को रोकने की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम की सफलता पर, रजिस्ट्रार प्रेम कुमार सालवान और डीन प्रोफेसर डॉ सीमा बुशरा ने विभाग के सभी स्टाफ सदस्यों को बधाई दी। कार्यक्रम में रुचि कौशिक, शिल्पा शर्मा, डॉ सुरेश नागर, शिवेंद्र कुमार, विवेक गुप्ता, डॉ अंजली दीक्षित, मोहिनी तनेजा, दुर्गेन्द्र सिंह राजपूत और स्वेक्षा भदौरिया सहित अन्य विशेष अतिथि उपस्थित रहे।

इस तरह के शिविर न केवल जागरूकता बढ़ाते हैं बल्कि समाज में व्याप्त घरेलू हिंसा के खिलाफ एक मजबूत संदेश भी प्रेषित करते हैं। लिंग्याज विद्यापीठ की इस पहल का सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।

-ब्यूरो, देव शर्मा

लिंग्याज विद्यापीठ ने द इंस्टीटयूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटस ऑफ इंडिया के साथ एमओयू किया साईन

फरीदाबाद: 30 अक्तूबर लिंग्याज विद्यापीठ डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी ने द इंस्टीटयूट ऑफ चार्टर्ड ऑफ इंडिया के साथ एमओयू साईन किया। स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट की हेड डॉ स्मृति महाजन ने बताया कि द इंस्टियूट ऑफ चार्टेड अकाउंटस ऑफ इंडिया के बोर्ड ऑफ स्टडीज के अध्यक्ष सीए विशाल दोशी के साथ एक महत्त्वपूर्ण समझौता को साकार किया है। इस साझेदारी से हम वित्त और लेखा मामलों के क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देंगे। इस समझौते के माध्यम से, हम वित्तीय प्रबंधन और लेखाकारी के क्षेत्र में विद्यार्थियों को उच्च शैक्षिक मानकों के साथ प्रशिक्षित करेंगे ताकि वे वित्तीय प्रशासन और लेखा मामलों में अधिग्रहण कर सकें।

इस अवसर पर सचिव डॉ. पिचेश्वर गड्ढे ने कहा कि हम इस महत्त्वपूर्ण साझेदारी का स्वागत करते हैं और यह साबित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि वित्तीय प्रबंधन और लेखा मामलों के क्षेत्र में संस्थान शिक्षा और प्रशिक्षण के क्षेत्र में और भी अधिक समृद्धि करेगा। इस सुअवसर पर रेजिस्ट्रार प्रेम कुमार सालवान ने कॉमर्स एंड मैनेजमेंट विभाग को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इस समझौते के माध्यम से हम छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए कदम बढ़ाएंगे। इस मौके पर बोर्ड ऑफ स्टडीज आईसीएआई के डायरेक्टर सीए वंदना डी नागपाल, डिप्टी डायरेक्टर डॉ एनएन सेनगुप्ता, मनोज कुमार दास और ज्योति अरोड़ा मौजूद रहे।

ई खबर मीडिया के ब्यूरो देव शर्मा