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Sunday, July 13, 2025
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ऋतिक रोशन की ‘वॉर’ का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब ‘टाइगर 3’, यहां तक पहुंचा कलेक्शन

Tiger 3 Worldwide Collection एक्शन फ्रेंचाइजी फिल्म टाइगर की तीसरी किस्त टाइगर 3 की रिलीज को लेकर शुरुआती कुछ दिनों में जबरदस्त क्रेज देखने को मिला। फैंस ने न सिर्फ फिल्म देखी बल्कि थिएटर्स में पटाखे तक फोड़े। एक सॉलिड नंबर के साथ ओपनिंग लेने वाली इस फिल्म के धांसू कलेक्शन के साथ आगे बढ़ने की उम्मीद जताई गई थी। हालांकि ऐसा हुआ या नहीं इसका पता कलेक्शन से लगेगा।

सलमान खान (Salman Khan) की फिल्म ‘टाइगर 3’ ने अभी तक बॉक्स ऑफिस पर ठीकठाक कलेक्शन किया है। डोमेस्टिक कलेक्शन में मूवी 300 करोड़ का मार्क अभी तक नहीं छू पाई है। जबकि, वर्ल्डवाइड फिल्म 400 करोड़ के पार पहुंच चुकी है।

टाइगर 3′ का कलेक्शन

टाइगर 3‘ को लेकर उम्मीद जताई गई थी कि इसका कलेक्शन ग्राफ ‘जवान’ की तरह होगा। फिलहाल तक के आंकड़े शाह रुख खान की मूवी के रिकॉर्ड से कोसों दूर हैं। न सिर्फ घरेलू, बल्कि फिल्म की दुनियाभर की कमाई बुलेट की रफ्तार से आगे नहीं बढ़ पा रही।

यशराज फिल्म्स ने ‘टाइगर 3’ के ऑफिशियल वर्ल्डवाइड आंकड़े जारी किए हैं, जो कि 447 करोड़ है। इसके पहले सलमान खान-कटरीना कैफ की फिल्म ने 427 करोड़ का कारोबार दुनियाभर में किया था।

चीन में फिर हाहाकार! कोरोना के बाद अब इस नई बीमारी ने बढ़ाई दुनिया की टेंशन

अभी तक दुनिया को कोरोना के प्रकोप से मुक्ति नहीं मिली है, इससे पहले अब चीन ने विश्व के लोगों को एक और टेंशन दे दी है। चीन में तेजी से फैल रहा निमोनिया का वायरल पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। वहीं दुनिया के प्रमुख संगठन इसका सक्रमण बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं।।
चीन का मतलब रहस्यमयी बीमारी, रहस्यमयी शोध और ऐसे माहौल से है जो संशय को बढ़ाता है। खासकर कोरोना महामारी के बाद से तो चीन पर ये ठप्पा और भी मजबूत हो गया है। अब चीन में रहस्यमयी निमोनिया का अचानक प्रकोप देखने को मिल रहा है। कोरोना की तरह ये बीमारी भी तेजी से फैल गई है। इस बीमारी से मुख्य रूप से स्कूली बच्चे प्रभावित हैं। चीन के कई अस्पताल निमोनिया से पीड़ित बच्चों से भरे हुए हैं। इस अज्ञात बीमारी ने बच्चों को लक्ष्य बनाया है। इसे ‘एवियन इन्फ्लूएंजा’ नाम दिया गया है और इस वायरस को ‘एच9एन2’ नाम दिया गया है। संक्षेप में कहें तो फ्लू, स्वाइन फ्लू, कोरोना और अब यह नया ‘एवियन इन्फ्लुएंजा’ दुनिया को चीन दे रहा है। नई बीमारी भी कोरोना की तरह गंभीर होने वाली है।

 माह पहले मिला कोरोना का नया वैरिएंट

अभी दो माह पहले ही कुछ देशों में कोरोना वायरस का प्रकोप दोबारा देखने को मिला था। अमेरिका में कोरोना मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की दर 24 फीसदी बढ़ गई थी। ब्रिटेन में कोरोना का ‘एरिस’ यानी ‘ईजी.5.1’ नाम का एक नया वैरिएंट पाया गया था। ‘कोविड 19’ फिर ‘ओमायक्रॉन’ और उसके बाद ‘एरिस’ यही रहा है कोरोना वायरस का अब तक का सफर। दो महीने पहले ही पता चल चुका है कि कोरोना का नया अवतार ‘बीए2.86’ के पानी में मिलने से कोरोना का संक्रमण पानी से भी हो सकता है। कोरोना की ये चेतावनियां तो थम नहीं रही हैं और अब नई ‘चीनी बीमारी’ ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है।

सिर्फ चेतावनी दे रहा WHO

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी हमेशा की तरह दुनिया को सावधानी बरतने की सलाह दी है। यानी कि तथाकथित वैश्विक संगठन नई चीनी बीमारियों के बारे में केवल ‘चिंता, चेतावनियों और सुझावों’ के ढोल बजा रहे हैं। यह स्पष्ट तथ्य है कि वस्तुत: सभी बीमारियां चीन से ही फैल रही हैं। चीन की वुहान प्रयोगशाला, वहां के वायरस और जैविक अनुसंधान, उससे जन्मे घातक वायरस और उनके सब-वैरिएंट ही दुनिया पर नई-नई बीमारियों का संकट ढा रहे हैं। यह सब स्वत: स्पष्ट होने के बावजूद तथाकथित वैश्विक स्वास्थ्य संगठन न तो चीन को जवाबदेह ठहरा सकते हैं और न ही चीन से फैलने वाली रहस्यमय बीमारियों को फैलने से रोक सकते हैं। न केवल स्वास्थ्य संगठन, बल्कि खुद को एक विश्व महाशक्ति मनवाने वाले और छोटे-छोटे देशों पर हुकूमत चलाने वाले देश व ‘नाटो’ जैसे संगठन भी चीन की दादागीरी के आगे पूंछ हिलाते नजर आते हैं। इसीलिए विस्तारवादी महत्वाकांक्षाओं से ग्रस्त चीन दुनिया को किसी-न-किसी तरह के संकट में धकेलता रहता है।

चीन के कारण बीमारियों से लड़ रही दुनिया

इससे पहले दुनिया को दो महाशक्तियों अमेरिका और रूस के चलते अलग-अलग संकटों का सामना करना पड़ता था। अब चीन की विस्तारवादी नीति के चलते दुनिया संकट में फंस रही है। कभी यह संकट आर्थिक नाकेबंदी है, तो कभी विदेशी भू-भाग पर घुसपैठ कर उसे निगलने का, तो कभी दुनिया को घातक बीमारियों की चपेट में लाने का। वास्तव में ये बीमारियां चीन में ही कहर बरपाती हैं, लेकिन इसका चीन की कुटिल कारस्तानियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। तीन साल पहले दुनियाभर में आई कोरोना महामारी एक जीता-जागता उदाहरण है, जिसने नाहक ही लाखों लोगों की जान ले ली। अब चाइनीज निमोनिया नाम की एक नई रहस्यमयी बीमारी ने दुनिया को फिर से अलर्ट मोड पर ला दिया है। यह नया वायरस कितना खतरनाक होगा, दुनिया में तबाही मचाएगा या नहीं, यह तो समय बताएगा, लेकिन असली सवाल चीन के कुटिल वायरस का है। जब यह वायरस बोतल में बंद हो जाएगा तब जाकर ही दुनिया लगातार नई-नई बीमारियों की बढ़ती महामारी से बच सकेगी।

 

राष्ट्रपति ने सुप्रीम कोर्ट में वर्चुअल जस्टिस क्लॉक लॉन्च किया, डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को सुप्रीम कोर्ट की विभिन्न ई-पहलों की शुरुआत की और शीर्ष अदालत के परिसर में डॉ. बी.आर. अंबेडकर की एक प्रतिमा का अनावरण भी किया। न्याय वितरण प्रणाली के बारे में जागरूकता और पारदर्शिता लाने के लिए राष्ट्रपति द्वारा अन्य पहलों के अलावा वर्चुअल जस्टिस क्लॉक, ई-एससीआर (हिंदी) और फास्टर (संस्करण 2.0) की शुरुआत की गई।

वर्चुअल जस्टिस क्लॉक, जो अब हिंदी में भी उपलब्ध है, अदालतों की संस्था, निपटान और केस क्लीयरेंस दर (सीसीआर) के बारे में जानकारी प्रदान करती है। ई-एससीआर (हिंदी) उपयोगकर्ताओं को शीर्ष अदालत द्वारा दिए गए निर्णयों को हिंदी में खोजने की अनुमति देगा। सुप्रीम कोर्ट के पोर्टल पर 21,388 निर्णयों का हिंदी में अनुवाद किया गया है और 9,276 निर्णयों का कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग की मदद से अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया गया है। फास्टर (इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड्स का तेज़ और सुरक्षित ट्रांसमिशन) एक सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक संचार चैनल के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेशों, स्थगन आदेशों, जमानत आदेशों आदि को संप्रेषित करने के लिए एक डिजिटल मंच है, ताकि विचाराधीन कैदियों की समय पर रिहाई सुनिश्चित की जा सके। राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि न्याय का उद्देश्य इसे सभी के लिए सुलभ बनाना सबसे अच्छा है और मुफ्त कानूनी सहायता के दायरे का विस्तार करने के लिए विशेष रूप से सर्वोच्च न्यायालय और सामान्य रूप से न्यायपालिका द्वारा की गई पहल की सराहना की।

द्रौपदी ने कहा, “जैसा कि हम संविधान दिवस मनाते हैं, हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि संविधान केवल एक लिखित दस्तावेज है। यह तभी जीवंत होता है और जीवित रहता है जब इसकी सामग्री को व्यवहार में लाया जाता है।” डॉ. बीआर अंबेडकर की वकालत के 100 साल पूरे होने, न्यायपालिका की स्थिति और न्यायिक प्रशासन में प्रौद्योगिकी के उपयोग को संस्थागत बनाने पर कार्य सत्र उच्चतम न्यायालय में दिन भर चलने वाले संविधान-दिवस समारोह का हिस्सा थे। यह भी पढ़े -सुप्रीम कोर्ट दिल्ली सरकार के विज्ञापन फंड को रैपिड रेल प्रोजेक्‍ट में स्थानांतरित करने पर मंगलवार को करेगा फैसला

बेंगलुरु एयरपोर्ट में सिक्योरिटी चेक आसान होगा:लैपटॉप जैसे डिवाइसेज बैग से नहीं निकालने होंगे, ऐसा करने वाला भारत का पहला एयरपोर्ट

बेंगलुरु का केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (KIA) देश का पहला एयरपोर्ट बनने वाला है जहां सिक्योरिटी चेक में मोबाइल फोन और लैपटॉप जैसे पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज को अलग से ट्रे में नहीं निकालना होगा। इसकी शुरुआत टर्मिनल 2 से होगी। इससे सिक्योरिटी चेक में लगने वाले समय में कमी आएगी और यात्रियों का प्लाइंग एक्सपीरियंस बेहतर होगा।

मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार T2 पर CTX (कंप्यूटर टोमोग्राफी एक्स-रे) मशीन का ट्रायल रन अगले कुछ हफ्तों में शुरू हो जाएगा। शुरुआत के लिए, नई प्रणाली केवल घरेलू यात्रियों के लिए है, और दिसंबर 2023 में चालू होने की संभावना है। शुरुआत में, नया सिस्टम केवल घरेलू यात्रियों के होगा। दिसंबर 2023 में इसके ऑपरेशनल होने की संभावना है।

कुछ हफ्तों में शुरू होगा ट्रायल
बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (BIAL) के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर सत्यकी रघुनाथ ने बताया कि T2 पर CTX मशीन का ट्रायल रन अगले कुछ हफ्तों में शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि CTX मशीन को ऑटोमैटिक ट्रे रिट्रीवल सिस्टम (ATRS) और फुल-बॉडी स्कैनर के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा। T2 पर तीन फुल-बॉडी स्कैनर लगाए गए हैं।

CTX मशीन के लगने से 4 फायदे होंगे

  • पैसेंजर्स को अपने बैग से लैपटॉप जैसी चीजें नहीं निकालनी होगी।
  • स्क्रीनिंग के लिए 3D इमेज क्वालिटी से सिक्योरिटी बेहतर होगी।
  • सिक्योरिटी स्क्रीनिंग पर ट्रे की संख्या में कमी आएगी।
  • समय की बचत होगी जिससे फ्लाइंग एक्सपीरियंस बेहतर होगा।

नवंबर 2022 में T2 का उद्घाटन हुआ था
T2 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2022 में किया था। इसकी कंस्ट्रक्शन कॉस्ट लगभग 5,000 करोड़ रुपए है। डोमेस्टिक ऑपरेशन 15 जनवरी 2023 से जबकि इंटरनेशल ऑपरेशन 12 सितंबर से शुरु हुए थे।

CTX मशीन ट्रायल हुए, लेकिन पैसेंजर ट्रायल बाकी
इससे पहले दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु एयरपोर्ट ने CTX मशीन ट्रायल हुए थे, लेकिन ATRX और फुल-बॉडी स्कैनर के साथ इंट्रीग्रेटेड CTX मशीन के साथ पैसेंजर ट्रायल अभी तक नहीं हुए है। फरवरी 2023 से मई 2023 तक IGA के टर्मिनल 2 पर ये ट्रायल हुए थे।

भोपाल में मावठे का 10 साल का रिकॉर्ड टूटा:रुक-रुककर हो रही बारिश; दिन का पारा 2.6 डिग्री गिरा

भोपाल में सीजन का पहला मावठा आ गया है। रात 2 बजे से शुरू हुई हल्की बारिश सोमवार को भी रुक – रुक कर जारी है। इससे ठंड का असर बढ़ेगा। हालांकि, नमी की वजह से रात के तापमान में गिरावट की बजाय एक-दो डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। रात से सोमवार सुबह 8.30 बजे तक भोपाल में 8.2 मिमी यानी 0.23 इंच पानी गिर चुका है।

एमपी मौसम: मध्‍य प्रदेश में पहली बार 10 डिग्री सेल्सियस तक पारा गिरा है। चार जिलों का तापमान हिल स्टेशन पचमढ़ी के न्यूनतम तापमान से भी कम दर्ज हुआ। वहीं, मौसम विभाग ने कई जिलों में आज गरज-चमक के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है।

भोपाल: मध्य प्रदेश में तापमान के गिरने का सिलसिला लगातार जारी है। शनिवार को प्रदेश का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया, इस सीजन में ऐसा पहली बार हुआ है कि तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे आया है। चार जिलों का तापमान हिल स्टेशन पचमढ़ी के न्यूनतम तापमान से भी कम दर्ज हुआ। 9.4 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ ग्वालियर प्रदेश का सबसे ठंडा जिला रहा दतिया में 9.6 राजगढ़ में 10 उमरिया में 10.4 और पचमढ़ी में भी 10.4 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंच गया

कई जिलों में हो सकती है बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग ने रविवार को भी प्रदेश की कई जिलों में बारिश होने का अनुमान चलाया है इंदौर भोपाल नर्मदा पुरम संभाग के जिलों में बारिश हो सकती है। वहीं, कुछ जिलों में बादल भी छाए रह सकते हैं कुछ स्थानों में ओले गिरने की भी आशंका है। इसके बाद 29 नवंबर से मौसम साफ हो सकता है इसके बाद दिन के तापमान में भी गिरावट आने के कारण ठंड का दौर शुरू हो जाएगा।

मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि अरब सागर से नमी मिलने के कारण मौसम बदलेगा और खरगोन और खंडवा में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, रविवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम संभाग की जिलों में कहीं-कहीं बारिश होने का अनुमान है। भोपाल, उज्जैन, इंदौर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन सहित कई शहरों में हल्की बारिश हो सकती है। वहीं, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं, जबकि 26 से 28 नवंबर तक जबलपुर संभाग के जिलों में भी कहीं बारिश होने के आसार हैं।

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि अरब सागर में हवा की ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है, इस कारण उत्तर महाराष्ट्र तक एक द्रोणी का बनी हुई है इसके प्रभाव से प्रदेश का मौसम बदल रहा है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि 29 नवंबर से रात के तापमान में भी गिरावट आने की संभावना है।

मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 नवंबर यानि रविवार को खरगोन और बुरहानपुर के साथ ही देवास, खंडवा, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, शाहजहांपुर, सीहोर, हरदा, नर्मदापुरम जिलों में हल्की से लेकर मध्य तक बारिश हो सकती है। वहीं, सोमवार को खरगोन बड़वानी, अलीराजपुर, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा सीहोर, नर्मदापुरम, भोपाल, बैतूल, रायसेन, सागर दमोह, छतरपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा में भी हल्की बारिश हो सकती है।

शनिवार को प्रमुख जिलों के न्यूनतम तापमान की बात की जाए तो जबलपुर में 11.5, भोपाल में 13.6, इंदौर में 17.5, राजगढ़ में 10, रायसेन में 11.6, दमोह में 12.1, मंडला में 12.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। शनिवार को प्रदेश के सभी जिलों के न्यूनतम तापमान में बड़ी गिरावट आई। वहीं, अधिकतम तापमान की बात की जाए तो राजधानी भोपाल में 30.3, ग्वालियर में 27, इंदौर में 28.01 और जबलपुर में 28.2, छिंदवाड़ा में 28.4, मलाजखंड में 25 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ।

गायक सोनू निगम के लाइव कंसर्ट के साथ संपन्न हुआ जेस्ट-23

फरीदाबाद: 27 नवंबर लिंग्याज विद्यापीठ में आयोजित दो दिवसीय जेस्ट-23 मशहूर गायक सोनू निगम के लाइव कंसर्ट के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ। कार्यक्रम के दौरान सोनू निगम ने कहा कि आज मैं अपनी जन्म स्थली पर आया हूं, फरीदाबाद से मेरा पारिवारिक नाता है। उन्होंने फीदाबाद वासियों को अपने परिवार के सदस्य बताया और उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी। इस दौरान उन्होंने अपने सभी मशहूर गानों की प्रस्तुती दी। सभी के कदम नाचने को मजबूर हो उठे। लेकिन उनके गीत संदेशे आते है, हमें तड़पाते है कि प्रस्तुती से सारा सभागार जैसे भाव विभोर ही हो उठा। कॉलेज सचिव डॉ पिचेश्वर गड्डे ने उनका स्वागत किया। सोनू निगम ने भी संस्थान के 25 वर्ष संपूर्ण होने की सबको बधाई दी।

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50 से अधिक शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों ने दिखाई प्रतिभा
जेस्ट में दिल्ली एनसीआर के 50 से अधिक कॉलेजों व शिक्षण संस्थानों ने भाग लिया और विभिन्न प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभाओं का परचम लहराया। लिंग्याज ललिता देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साईंस को बेस्ट जेस्ट-23 का अवार्ड व डीजीआईएम लॉ कॉलेज को बेस्ट फैशन शॉ का अवार्ड मिला। कार्यक्रम के अंत में सचिव डॉ पिचेश्वर गड्डे ने कार्यक्रम की सफलता की इवेंट मैनेजमेंट कमेटी को बधाई दी।

 

 

ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट

आप जो भी लाइफ में करना या बनना चाहते है उसके लिए पैशनेट बने- नीलम कोठारी

फरीदाबाद, 25 नवंबर – लिंग्याज विद्यापीठ में फिल्म अभिनेत्री नीलम कोठारी ने जेस्ट-2023 का रिबन काटकर बड़ी धूमधाम से उद्घाटन किया। इस मौके पर उनके द्वारा फिल्माई गई फिल्मों की शॉर्ट मूवी चलाई गई जिसे देखकर वो भाव विभोर हो गई। हम साथ-साथ है मूवी के इमोशनल सीन को देखकर उनकी आंखे ही भर आई। इस अवसर पर छात्रों-स्टाफ सदस्यों ने उनकी फिल्माई गई फिल्मों के गाने गाए, जिसे सुनकर पूरा हॉल तालियों की गरगराहट से गूंज उठा।
इस मौके पर नीलम कोठारी ने संस्थान के 25 वर्ष पूरे होने की सबको बधाई दी। साथ ही उन्होंने अपने जीवन के अहम पलों को सबके साथ सांझा किया। उन्होंने बताया कि जब उन्हें पहली फिल्म का ऑफर मिला था और उनसे पूछा गया था कि क्या आप हिरोइन बनना चाहती है तो उन्होंने कहा था कि नहीं मैं एक वकील बनना चाहती हूं। फिल्मों में आने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ी। क्योंकि हांगकांग में रहती थी उन्हें हिन्दी नहीं आती थी। उन्हें हिन्दी सिखनी पड़ी थी। उन्होंने बताया कि 40 फिल्मों के बाद कैसे उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को छोड़कर अपना फैमिली बिजनेस संभाला। इस अवसर पर उन्होंने अपनी वेबसीरीज के बारे में भी बताया।
उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि आप जो भी लाइफ में करना या बनना चाहते है उसके लिए पैशनेट बने। कड़ी मेहनत करे क्योंकि कड़ी मेहनत के बिना जीवन में कुछ भी नहीं मिलता है। संस्थान सचिव डॉ पिचेश्वर गड्डे ने उनका स्वागत किया।

ब्यूरो देव शर्मा की रिपोर्ट

बॉक्स ऑफिस के बाद ओटीटी पर धमाल मचाएगी ‘फुकरे 3’

वरुण शर्मा ऋचा चड्ढा पुलकित सम्राट स्टारर फिल्म फुकरे 3 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया था। लोगों को यह कॉमेडी फिल्म काफी पसंद आई थी। ऐसे में अब रिलीज के लगभग दो महीने के अंदर फुकरे 3 ने OTT प्लेटफॉर्म पर भी दस्तक दे दी है।

कॉमेडी फ्रैंचाइजी फिल्मों में से एक ‘फुकरे’ की तीसरी किस्त ‘फुकरे 3’ 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। वरुण शर्मा, ऋचा चड्ढा स्टारर यह फिल्म लोगों को काफी पसंद आई थी। बॉक्स ऑफिस पर दूसरी फिल्मों के क्लैश के बावजूद फिल्म ऑडियंस को एंटरटेन करने में सक्सेसफुल रही

सिनेमाघरों में धमाल मचाने के लगभग दो महीने के अंदर अब ‘फुकरे 3‘ ने OTT प्लेटफॉर्म पर भी दस्तक दे दी है। ऐसे में अगर आपने इस फिल्म को सिनेमा हॉल में नहीं देखा है, तो अब आप इसे अपने घर पर बैठे कर आराम से देख सकते हैं।

बॉक्स ऑफिस पर कितना किया कलेक्शन

सिनेमाघरों में इस फिल्म ने धमाल मचा दिया था। sacnilk की रिपोर्ट के अनुसार, ‘फुकरे 3’ ने घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 95.30 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। वहीं, दुनियाभर में यह 127.75 करोड़ रुपये का आंकड़ा छूने में सफल रही। ‘फुकरे 3’ में पंकज त्रिपाठी, ऋचा चड्ढा, पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा और मनजोत सिंह लीड रोल में नजर आए हैं।

क्या है ‘फुकरे 3’ की कहानी

‘फुकरे 3’ में दिखाया गया है कि चूचा यानी वरुण शर्मा के सपने देखने की पावर का फुकरे गैंग इस्तेमाल करते हुए पैसे कमाती है। वहीं, भोली पंजाबन यानी ऋचा अब पॉलिटिक्स में आ चुकी है। प्रचार करने और भीड़ इकट्ठा करने के लिए वह फुकरे गैंग की मदद लेती है। इसके बाद हनी, चूचा को भोली पंजाबन के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए कहता है और यही से कहानी में ट्विस्ट आता है।

Demat Account का बन गया रिकॉर्ड, CDSL पर 10 करोड़ के पार हुआ आंकड़ा

शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के जरिए अच्छा रिटर्न भी कमाया जा सकता है. हालांकि शेयर बाजार में नुकसान होने की भी संभावना रहती है. वहीं शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग करते वक्त लोगों को कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए, ताकी किसी प्रकार की हानि का सामना न करना पड़े. इस बीच शेयर बाजार से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आई है. इसको लेकर देश के निवेशकों में भी खुशी की लहर है. आइए जानते हैं इसके बारे में.

डीमैट अकाउंट

दरअसल, शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट और ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत रहती है. डीमैट अकाउंट के जरिए खरीदे गए शेयरों को सुरक्षित रखने का माध्यम मिलता है और खरीदने गए शेयरों को बेचने का भी विकल्प मिलता है. शेयर बाजार में इंवेस्टमेंट करने के लिए डीमैट अकाउंट लोगों के लिए काफी जरूरी होता है. वहीं अब डीमैट अकाउंट को लेकर नया अपडेट सामने आया है,

शेयर मार्केट

देश में डीमैट अकाउंट रखने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है. इसके साथ ही अब ये आंकड़ा बढ़कर 10 करोड़ के पार चला गया है. अब देश में डीमैट खातों की संख्या 10 करोड़ के पार हो गई है, जो कि काफी बड़ी उपलब्धि भी मानी जा रही है. साथ ही इससे ये संकेत भी मिलता है कि देश के लोग शेयर मार्केट की तरफ काफी आकर्षित होते हुए दिखाई दे रहे हैं.

10 करोड़ के पार हुआ आंकड़ा

सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज ने बुधवार को कहा कि उसके मंच पर डीमैट खातों की संख्या 10 करोड़ से अधिक हो गई है. सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (सीडीएसएल) ने 1999 में परिचालन शुरू किया और इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रतिभूतियों को रखने, लेनदेन करने और शेयर बाजारों पर सौदों के निपटान की सुविधा दी. सीडीएसएल ने बयान में कहा कि उसने एक और मील का पत्थर पार किया है और उसके मंच पर 10 करोड़ से अधिक डीमैट खाते हो गए हैं.

लोकसभा में कानून बनने की राह देख रहे हैं 700 से ज़्यादा प्राइवेट मेम्बर बिल

लोकसभा में 700 से ज़्यादा प्राइवेट मेंबर बिल सालों से पेंडिंग पड़े हैं. ये बिल जून 2019 में पेश किए गए थे, जब मौजूदा लोकसभा ने संसदीय चुनावों के बाद अपनी पहचान बनाई थी, जबकि कुछ तो इस साल की मानसून सेशन के दौरान अगस्त में ही पेश किए गए थे. प्राइवेट मेम्बर बिल वो विधेयक होते हैं जिसे कोई भी सांसद अपनी तरफ से लोक सभा में पेश करता है और उसपर वोटिंग और चर्चा कराना चाहता है. प्राइवेट मेम्बर बिल लाने का मकसद यह है कि संसद नए कानून बनाए या किसी मौजूदा नियमों और कानूनों में कोई बदलाव लाए.

शुक्रवार को जारी एक लोकसभा बुलेटिन के मुताबिक, लोकसभा में 713 ऐसे प्राइवेट मेम्बर बिल पेंडिंग हैं. इन बिल्स में यूनिफार्म सिविल कोड, जेंडर एक्युँलिटी, क्लाइमेट चेंज, एग्रीकल्चर, मौजूदा दंड और चुनावी कानूनों में सुधार, संविधानीय नियमों में बदलाव और कई अन्य मुद्दे भी शामिल हैं. पार्लियामेंट की सेशन में जब शुक्रवार का दूसरा हिस्सा होता है, तो सदस्यों को लोकसभा और राज्यसभा में प्राइवेट मेम्बेर्स के बिल या प्रस्तावों को पेश करने या चर्चा करने का समय रखा जाता है. एक प्राइवेट मेम्बर के बिल पर चर्चा ख़तम होने पर, संबंधित मंत्री जवाब देता है और सदस्य से इसे वापस लेने की बात करता है.  बहुत बार ऐसा होता है कि किसी प्राइवेट मेम्बर के बिल पर वोट लिया जाता है, लेकिन यह बहुत अद्भुत घटना मानी जाती है.

इस वक्त, जब देश में कई महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा हो रही है, प्राइवेट मेम्बर बिल का यह सफलता बहुत ज़रूरी है. इन बिल्स के माध्यम से सांसद लोगों की आवाज़ को सुनने का एक मंच प्रदान करते हैं, जिससे समाज को नए कानूनों और सुधारों के बारे में जागरुकता होती है. इन बिल्स के माध्यम से सांसद देशवासियों के मुद्दों को लेकर सकारात्मक परिवर्तन की राह में कदम बढ़ा सकते हैं. सांसदों की इस प्रकार की सकारात्मक पहल काबिले तारीफ है और कानूनी सुधारों को बढ़ावा देने में ज़रूरी भूमिका निभा सकती है और देशवासियों के लिए समृद्धि और समानता की दिशा में कदम बढ़ा सकती है.