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Tuesday, July 15, 2025
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12 दिन बाद वापस हड़ताल पर, कहा- सुरक्षा पर ममता सरकार का रवैया पॉजिटिव

कोलकाता के आरजी कर कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस को लेकर जूनियर डॉक्टर बुधवार को फिर से मार्च निकालेंगे। ये मार्च कोलकाता में कॉलेज स्क्वायर से धर्मतला तक निकाला जाएगा।

जूनियर डॉक्टरों ने 1 अक्टूबर को फिर से हड़ताल शुरु कर दी है। राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए पूरी तरह काम बंद कर दिया है। डॉक्टरों की मांग है कि उन्हें पूरी तरह सुरक्षा दी जाए।

इससे पहले जूनियर डॉक्टर 10 अगस्त से लेकर 42 दिन तक विरोध प्रदर्शन करते रहे। 21 सितंबर को सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी पर वापस आए थे।

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अस्पतालों की सुरक्षा में कोताही पर ममता सरकार की खिंचाई की और आदेश दिया कि सभी अस्पतालों में 15 दिन में सीसीटीवी लगाए जाएं।

9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टर से रेप मर्डर के विरोध में हड़ताल कर रहे थे।

जूनियर डॉक्टर बोले- ममता ने मीटिंग में किए वादों पर काम नहीं किया
विरोध प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर में से एक अनिकेत महतो ने हड़ताल का ऐलान करते हुए कहा- सुरक्षा की हमारी मांगों को पूरा करने के लिए ममता सरकार का रवैया पॉजिटिव नहीं लग रहा है। आज 52वां दिन है। हम पर अभी भी हमले हो रहे हैं। CM ममता के वादों को पूरा करने का कोई प्रयास होता नहीं दिख रहा है। हमारे पास आज से पूरी तरह काम बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। जब तक हम राज्य सरकार की तरफ से कार्रवाई नहीं देखते, तब तक काम बंद रहेगा।

क्यों शुरू की दोबारा हड़ताल
दरअसल, कोलकाता के सागोर दत्ता हॉस्पिटल में 27 सितंबर को एक मरीज की मौत के बाद 3 डॉक्टरों और 3 नर्सों से पिटाई का मामला सामने आया था। इसी घटना से जूनियर डॉक्टर्स नाराज हैं। डॉक्टर्स ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया। इस मामले में 4 प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है। डॉक्टर्स की मांग है कि उन्हें अस्पतालों में सुरक्षा मुहैया कराई जाई, ताकि वे बिना डर के ड्यूटी कर सकें।

सुप्रीम कोर्ट में कहा था- सभी इमरजेंसी और जरूरी सेवाएं जारी
सुप्रीम कोर्ट में 30 सितंबर की सुनवाई में बंगाल सरकार ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर्स इन पेशेंट डिपार्टमेंट और आउट पेशेंट डिपार्टमेंट में काम नहीं कर रहे हैं। इसके जवाब में डॉक्टर्स के वकील ने कहा कि सभी इमरजेंसी और जरूरी सेवाओं में डॉक्टर काम कर रहे हैं। मामले की अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी। इस दिन सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को नेशनल टास्क फोर्स की जांच पर रिपोर्ट पेश करनी होगी।

ममता-डॉक्टरों की मीटिंग को लेकर 7 दिन टकराव चला था
डॉक्टरों और ममता की मीटिंग को लेकर कोलकाता में 7 दिन तक टकराव चला था। 4 कोशिशें नाकाम होने के बाद 16 सितंबर को ममता और डॉक्टरों के डेलिगेशन की CM हाउस में बैठक हुई। इस बैठक में ममता ने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मानी थीं और कहा था कि काम पर वापस लौटें।

डॉक्टरों की मांग पर बंगाल सरकार ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को पद से हटा दिया था। उनकी जगह मनोज वर्मा ने पद संभाला। स्वास्थ्य विभाग के भी 4 और अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। इसके अलावा 5 और पुलिस अधिकारियों के पद भी बदले गए।

19 सितंबर को डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया था। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारी मांग पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और हेल्थ सर्विसेज के डायरेक्टर को हटाया गया है। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि आंदोलन खत्म हो गया है। हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाने और अस्पतालों में थ्रेट कल्चर खत्म करने की हमारी मांग अभी भी जारी है।

12 दिन बाद वापस हड़ताल पर, कहा- सुरक्षा पर ममता सरकार का रवैया पॉजिटिव

कोलकाता के आरजी कर कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस को लेकर जूनियर डॉक्टर बुधवार को फिर से मार्च निकालेंगे। ये मार्च कोलकाता में कॉलेज स्क्वायर से धर्मतला तक निकाला जाएगा।

जूनियर डॉक्टरों ने 1 अक्टूबर को फिर से हड़ताल शुरु कर दी है। राज्य सरकार पर दबाव बनाने के लिए पूरी तरह काम बंद कर दिया है। डॉक्टरों की मांग है कि उन्हें पूरी तरह सुरक्षा दी जाए।

इससे पहले जूनियर डॉक्टर 10 अगस्त से लेकर 42 दिन तक विरोध प्रदर्शन करते रहे। 21 सितंबर को सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी पर वापस आए थे।

सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अस्पतालों की सुरक्षा में कोताही पर ममता सरकार की खिंचाई की और आदेश दिया कि सभी अस्पतालों में 15 दिन में सीसीटीवी लगाए जाएं।

9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टर से रेप मर्डर के विरोध में हड़ताल कर रहे थे।

जूनियर डॉक्टर बोले- ममता ने मीटिंग में किए वादों पर काम नहीं किया
विरोध प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टर में से एक अनिकेत महतो ने हड़ताल का ऐलान करते हुए कहा- सुरक्षा की हमारी मांगों को पूरा करने के लिए ममता सरकार का रवैया पॉजिटिव नहीं लग रहा है। आज 52वां दिन है। हम पर अभी भी हमले हो रहे हैं। CM ममता के वादों को पूरा करने का कोई प्रयास होता नहीं दिख रहा है। हमारे पास आज से पूरी तरह काम बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। जब तक हम राज्य सरकार की तरफ से कार्रवाई नहीं देखते, तब तक काम बंद रहेगा।

क्यों शुरू की दोबारा हड़ताल
दरअसल, कोलकाता के सागोर दत्ता हॉस्पिटल में 27 सितंबर को एक मरीज की मौत के बाद 3 डॉक्टरों और 3 नर्सों से पिटाई का मामला सामने आया था। इसी घटना से जूनियर डॉक्टर्स नाराज हैं। डॉक्टर्स ने अस्पताल में प्रदर्शन भी किया। इस मामले में 4 प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है। डॉक्टर्स की मांग है कि उन्हें अस्पतालों में सुरक्षा मुहैया कराई जाई, ताकि वे बिना डर के ड्यूटी कर सकें।

सुप्रीम कोर्ट में कहा था- सभी इमरजेंसी और जरूरी सेवाएं जारी
सुप्रीम कोर्ट में 30 सितंबर की सुनवाई में बंगाल सरकार ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर्स इन पेशेंट डिपार्टमेंट और आउट पेशेंट डिपार्टमेंट में काम नहीं कर रहे हैं। इसके जवाब में डॉक्टर्स के वकील ने कहा कि सभी इमरजेंसी और जरूरी सेवाओं में डॉक्टर काम कर रहे हैं। मामले की अगली सुनवाई 14 अक्टूबर को होगी। इस दिन सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता को नेशनल टास्क फोर्स की जांच पर रिपोर्ट पेश करनी होगी।

ममता-डॉक्टरों की मीटिंग को लेकर 7 दिन टकराव चला था
डॉक्टरों और ममता की मीटिंग को लेकर कोलकाता में 7 दिन तक टकराव चला था। 4 कोशिशें नाकाम होने के बाद 16 सितंबर को ममता और डॉक्टरों के डेलिगेशन की CM हाउस में बैठक हुई। इस बैठक में ममता ने डॉक्टरों की 5 में से 3 मांगें मानी थीं और कहा था कि काम पर वापस लौटें।

डॉक्टरों की मांग पर बंगाल सरकार ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल को पद से हटा दिया था। उनकी जगह मनोज वर्मा ने पद संभाला। स्वास्थ्य विभाग के भी 4 और अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। इसके अलावा 5 और पुलिस अधिकारियों के पद भी बदले गए।

19 सितंबर को डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म करने का फैसला लिया था। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारी मांग पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर, मेडिकल एजुकेशन के डायरेक्टर और हेल्थ सर्विसेज के डायरेक्टर को हटाया गया है। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं है कि आंदोलन खत्म हो गया है। हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम को हटाने और अस्पतालों में थ्रेट कल्चर खत्म करने की हमारी मांग अभी भी जारी है।

रात को उड़ेंगे भोपाल से, सुबह पहुंच जाएंगे पुणे, जानें कब शुरू हो रही नई फ्लाइट, आपको देना होगा इतना किराया

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के लिए अच्छी खबर है. 1 अक्टूबर यानी आज से भोपाल का राजा भोज एयरपोर्ट 24 घंटे सातों दिन शुरू हो गया है. एयरपोर्ट के विंटर शेड्यूल के मद्देनजर इसका संचालन पूरी तरह बदल गया है. एयरपोर्ट का विंटर शेड्यूल 27 अक्टूबर से लागू होगा. खास बात यह है कि इस शेड्यूल के पहले ही दिन भोपाल से पुणे के बीच नाइट फ्लाइट शुरू होगी. यह फ्लाइट इंडिगो एयरलाइंस शुरू करने जा रही है. इंडिगो ने इसकी बुकिंग भी शुरू कर दी हैं. इंडिगो इस फ्लाइट को करीब तीन साल बाद दोबारा संचालित कर रही है. बताया जाता है कि कंपनी पहले इस फ्लाइट को एक अक्टूबर संचालित करने वाली थी. लेकिन, फिर इसके शेड्यूल में बदलाव कर दिया.

गौरतलब है कि, भोपाल से पुणे नाइट फ्लाइट शुरू करने की बड़ी वजह भी है. जानकार बताते हैं कि पुणे एयरपोर्ट पर दिन के वक्त लगातार उड़ाने संचालित होती हैं. यह एयरपोर्ट दिन में काफी व्यस्त रहता है. इसलिए इस फ्लाइट को रात में शुरू किया जा रहा है. इंडिगो की फ्लाइट से पहले एयर इंडिया ने भी दिल्ली-भोपाल-पुणे फ्लाइट शुरू की थी. लेकिन, इसके संचालन में तकनीकी खामियां थीं. भोपाल से प्रकाशित हिंदी अखबार दैनिक भास्कर के मुताबिक, पुणे के लिए उड़ान भरने से पहले एयर इंडिया को बार-बार एयरपोर्ट प्रबंधन से नया शेड्यूल लेना पड़ता था. इस वजह से फिर यह फ्लाइट सफल नहीं हो सकी. दरअसल, पुणे एयरपोर्ट सेना संभालती है. इस वजह से पुणे एयरपोर्ट का शेड्यूल बदलना पड़ता था. लेकिन, अब यहां नया टर्मिनल बन गया है. इसके बनने से अब किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.

यह है नई फ्लाइट का शेड्यूल
इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E-258 पुणे से रात 12:55 बजे उड़ान भरेगी और 2:35 बजे भोपाल लैंड करेगी. इसका किराया 4314 रुपये है. यह फ्लाइट एक घंटा 40 मिनट लेगी. इसी तरह फ्लाइट 6E-257 भोपाल से तड़के 3:05 बजे उड़ान भरेगी और सुबह 4:50 बजे पुणे लैंड करेगी. इसका किराया 4694 रुपये है. यह फ्लाइट एक घंटा 45 मिनट का समय लेगी. बताया जाता है कि बुकिंग के बढ़ने से इसका किराया भी बढ़ सकता है.

रात को उड़ेंगे भोपाल से, सुबह पहुंच जाएंगे पुणे, जानें कब शुरू हो रही नई फ्लाइट, आपको देना होगा इतना किराया

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के लिए अच्छी खबर है. 1 अक्टूबर यानी आज से भोपाल का राजा भोज एयरपोर्ट 24 घंटे सातों दिन शुरू हो गया है. एयरपोर्ट के विंटर शेड्यूल के मद्देनजर इसका संचालन पूरी तरह बदल गया है. एयरपोर्ट का विंटर शेड्यूल 27 अक्टूबर से लागू होगा. खास बात यह है कि इस शेड्यूल के पहले ही दिन भोपाल से पुणे के बीच नाइट फ्लाइट शुरू होगी. यह फ्लाइट इंडिगो एयरलाइंस शुरू करने जा रही है. इंडिगो ने इसकी बुकिंग भी शुरू कर दी हैं. इंडिगो इस फ्लाइट को करीब तीन साल बाद दोबारा संचालित कर रही है. बताया जाता है कि कंपनी पहले इस फ्लाइट को एक अक्टूबर संचालित करने वाली थी. लेकिन, फिर इसके शेड्यूल में बदलाव कर दिया.

गौरतलब है कि, भोपाल से पुणे नाइट फ्लाइट शुरू करने की बड़ी वजह भी है. जानकार बताते हैं कि पुणे एयरपोर्ट पर दिन के वक्त लगातार उड़ाने संचालित होती हैं. यह एयरपोर्ट दिन में काफी व्यस्त रहता है. इसलिए इस फ्लाइट को रात में शुरू किया जा रहा है. इंडिगो की फ्लाइट से पहले एयर इंडिया ने भी दिल्ली-भोपाल-पुणे फ्लाइट शुरू की थी. लेकिन, इसके संचालन में तकनीकी खामियां थीं. भोपाल से प्रकाशित हिंदी अखबार दैनिक भास्कर के मुताबिक, पुणे के लिए उड़ान भरने से पहले एयर इंडिया को बार-बार एयरपोर्ट प्रबंधन से नया शेड्यूल लेना पड़ता था. इस वजह से फिर यह फ्लाइट सफल नहीं हो सकी. दरअसल, पुणे एयरपोर्ट सेना संभालती है. इस वजह से पुणे एयरपोर्ट का शेड्यूल बदलना पड़ता था. लेकिन, अब यहां नया टर्मिनल बन गया है. इसके बनने से अब किसी तरह की परेशानी नहीं होगी.

यह है नई फ्लाइट का शेड्यूल
इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E-258 पुणे से रात 12:55 बजे उड़ान भरेगी और 2:35 बजे भोपाल लैंड करेगी. इसका किराया 4314 रुपये है. यह फ्लाइट एक घंटा 40 मिनट लेगी. इसी तरह फ्लाइट 6E-257 भोपाल से तड़के 3:05 बजे उड़ान भरेगी और सुबह 4:50 बजे पुणे लैंड करेगी. इसका किराया 4694 रुपये है. यह फ्लाइट एक घंटा 45 मिनट का समय लेगी. बताया जाता है कि बुकिंग के बढ़ने से इसका किराया भी बढ़ सकता है.

पुणे में हेलिकॉप्टर क्रैश, 3 लोगों की मौत:इनमें 2 पायलट, 1 इंजीनियर; टेक ऑफ के बाद 1.5km दूर हादसा हुआ

महाराष्ट्र के पुणे जिले के बावधन ​​​​​​में बुधवार को एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलिकॉप्टर में दो पायलट और एक इंजीनियर सवार थे। हादसे में तीनों की मौत हो गई। घटना बावधन में केके कंस्ट्रक्शन हिल के पास सुबह करीब 6:45 बजे हुई।

पुणे की पिंपरी चिंचवड़ पुलिस के मुताबिक, हेलिकॉप्टर ने ऑक्सफोर्ड गोल्फ कोर्स के हेलीपैड से टेक ऑफ किया था। उड़ान भरने के करीब 10 मिनट बाद 1.5 किमी दूर जाकर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसा पहाड़ी इलाके पर हुआ। वहां सुबह के समय घना कोहरा था।

क्रैश होने के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई। हेलिकॉप्टर सरकारी था या प्राइवेट, यह अभी पता नहीं चला है। मृतकों की भी पहचान नहीं हो सकी है। घटना के तुरंत बाद रेसक्यू ऑपरेशन के लिए दो एम्बुलेंस और चार दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।

40 दिनों के भीतर पुणे में हेलिकॉप्टर क्रैश की दूसरी घटना पुणे में 40 दिनों के भीतर यह दूसरी घटना है। इससे पहले 24 अगस्त को पुणे के पौड इलाके में एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। यह हेलिकॉप्टर मुंबई से हैदराबाद जा रहा था। इसमें पायलट और तीन यात्री सवार थे। हादसे में पायलट जख्मी हुआ था। बाकी तीनों लोगों को ज्यादा चोट नहीं आई थीं।

पुणे रूरल पुलिस के सुपरिंटेंडेंट पंकज देशमुख ने बताया कि यह हेलिकॉप्टर मुंबई की ग्लोबल वेक्ट्रा हेलिकॉर्प कंपनी का था। यह AW 139 मॉडल का था। आशंका जताई गई कि हेलिकॉप्टर तकनीकी खराबी की वजह से क्रैश हुआ। हादसे के पीछे भारी बारिश को भी वजह माना गया।

मई में महाड में क्रैश हुआ था उद्धव गुट की नेता का हेलिकॉप्टर महाराष्ट्र के महाड में 3 मई को शिवसेना (उद्धव गुट) की नेता सुषमा अंधारे का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। सुषमा अंधारे बारामती में महिला मेले में शामिल होने जा रही थीं। उनके हेलिकॉप्टर में चढ़ने से पहले ही हेलिकॉप्टर का बैलेंस बिगड़ गया और वो क्रैश हो गया। हादसे में कोई घायल नहीं हुआ। पुलिस ने बताया था कि क्रैश की वजह साफ नहीं है। जांच की जा रही है।

पुणे में हेलिकॉप्टर क्रैश, 3 लोगों की मौत:इनमें 2 पायलट, 1 इंजीनियर; टेक ऑफ के बाद 1.5km दूर हादसा हुआ

महाराष्ट्र के पुणे जिले के बावधन ​​​​​​में बुधवार को एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हेलिकॉप्टर में दो पायलट और एक इंजीनियर सवार थे। हादसे में तीनों की मौत हो गई। घटना बावधन में केके कंस्ट्रक्शन हिल के पास सुबह करीब 6:45 बजे हुई।

पुणे की पिंपरी चिंचवड़ पुलिस के मुताबिक, हेलिकॉप्टर ने ऑक्सफोर्ड गोल्फ कोर्स के हेलीपैड से टेक ऑफ किया था। उड़ान भरने के करीब 10 मिनट बाद 1.5 किमी दूर जाकर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसा पहाड़ी इलाके पर हुआ। वहां सुबह के समय घना कोहरा था।

क्रैश होने के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई। हेलिकॉप्टर सरकारी था या प्राइवेट, यह अभी पता नहीं चला है। मृतकों की भी पहचान नहीं हो सकी है। घटना के तुरंत बाद रेसक्यू ऑपरेशन के लिए दो एम्बुलेंस और चार दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।

40 दिनों के भीतर पुणे में हेलिकॉप्टर क्रैश की दूसरी घटना पुणे में 40 दिनों के भीतर यह दूसरी घटना है। इससे पहले 24 अगस्त को पुणे के पौड इलाके में एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। यह हेलिकॉप्टर मुंबई से हैदराबाद जा रहा था। इसमें पायलट और तीन यात्री सवार थे। हादसे में पायलट जख्मी हुआ था। बाकी तीनों लोगों को ज्यादा चोट नहीं आई थीं।

पुणे रूरल पुलिस के सुपरिंटेंडेंट पंकज देशमुख ने बताया कि यह हेलिकॉप्टर मुंबई की ग्लोबल वेक्ट्रा हेलिकॉर्प कंपनी का था। यह AW 139 मॉडल का था। आशंका जताई गई कि हेलिकॉप्टर तकनीकी खराबी की वजह से क्रैश हुआ। हादसे के पीछे भारी बारिश को भी वजह माना गया।

मई में महाड में क्रैश हुआ था उद्धव गुट की नेता का हेलिकॉप्टर महाराष्ट्र के महाड में 3 मई को शिवसेना (उद्धव गुट) की नेता सुषमा अंधारे का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। सुषमा अंधारे बारामती में महिला मेले में शामिल होने जा रही थीं। उनके हेलिकॉप्टर में चढ़ने से पहले ही हेलिकॉप्टर का बैलेंस बिगड़ गया और वो क्रैश हो गया। हादसे में कोई घायल नहीं हुआ। पुलिस ने बताया था कि क्रैश की वजह साफ नहीं है। जांच की जा रही है।

एमपी में अब कहीं नहीं होगी तेज बारिश, पचमढ़ी में इतना हुआ न्यूनतम तापमान, कैसा है आज का मौसम?

भोपाल. मध्य प्रदेश का मौसम पूरा पलट गया है. अब प्रदेश में किसी भी तरह का मानसून सिस्टम एक्टिव नहीं है. इस वजह से कहीं भी मध्यम या भारी बारिश के आसार नहीं हैं. हालांकि, कुछ जगहों पर बूंदाबांदी और हल्की बौछारों के आसार नजर आ रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों में आसमान अब पूरी तरह साफ है. यहां बादल छंट गए हैं. इस वजह से कड़ी धूप निकलने लगी है. मौसम विभाग का कहना है कि अब प्रदेश में तापमान बढ़ेगा. लोगों को गर्मी और उमस फिर परेशान करेगी. विभाग का कहना है कि एक ट्रफ लाइन मध्य प्रदेश से गुजरती नजर आ रही है. लेकिन, इससे मानसूनी गतिविधि पर कोई असर नहीं होगा.

मौसम विभाग का कहना है कि एक ट्रफ लाइन कोंकण में बनती नजर आ रही है. यह यहां से होते हुए मध्य प्रदेश के उत्तरी और पूर्वी हिस्से में दिखाई दे रही है. हवाओं में हल्की नमी है. वे पश्चिम और उत्तर-पश्चिम की ओर बह रही हैं. इन सबकी वजह से प्रदेश के कई जिलों में हल्के-हल्के बादल भी देखे जा सकते हैं. मौसम विभाग का कहना है कि दो दिनों के बाद मौसम फिर बदल सकता है. क्योंकि, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तर भारत की तरफ आ सकता है.

खंडवा में मौसम बदलते ही चढ़ा पारा
खंडवा में मौसम में आए बदलाव के बीच तापमान में बढ़ोतरी हुई है. 1 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 32.5 और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि, बारिश नहीं हुई. आसमान साफ होते ही तेज धूप खिली और तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज हुई. मौसम विभाग ने 2 अक्टूबर को बादल छाए रहने की संभावना जताई है. हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. जिले में औसत बारिश 808 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले अब तक 914 मिमी बारिश दर्ज की गई है. मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि अब मानसून की विदाई हो रही है.

पचमढ़ी, जिला नर्मदापुरम 20.2 डिग्री
खरगोन 21.0 डिग्री
धार 21.1 डिग्री
अमरकंटक, जिला अनूपपुर 21.4 डिग्री
इंदौर 21.9 डिग्री

एमपी में अब कहीं नहीं होगी तेज बारिश, पचमढ़ी में इतना हुआ न्यूनतम तापमान, कैसा है आज का मौसम?

भोपाल. मध्य प्रदेश का मौसम पूरा पलट गया है. अब प्रदेश में किसी भी तरह का मानसून सिस्टम एक्टिव नहीं है. इस वजह से कहीं भी मध्यम या भारी बारिश के आसार नहीं हैं. हालांकि, कुछ जगहों पर बूंदाबांदी और हल्की बौछारों के आसार नजर आ रहे हैं. प्रदेश के सभी जिलों में आसमान अब पूरी तरह साफ है. यहां बादल छंट गए हैं. इस वजह से कड़ी धूप निकलने लगी है. मौसम विभाग का कहना है कि अब प्रदेश में तापमान बढ़ेगा. लोगों को गर्मी और उमस फिर परेशान करेगी. विभाग का कहना है कि एक ट्रफ लाइन मध्य प्रदेश से गुजरती नजर आ रही है. लेकिन, इससे मानसूनी गतिविधि पर कोई असर नहीं होगा.

मौसम विभाग का कहना है कि एक ट्रफ लाइन कोंकण में बनती नजर आ रही है. यह यहां से होते हुए मध्य प्रदेश के उत्तरी और पूर्वी हिस्से में दिखाई दे रही है. हवाओं में हल्की नमी है. वे पश्चिम और उत्तर-पश्चिम की ओर बह रही हैं. इन सबकी वजह से प्रदेश के कई जिलों में हल्के-हल्के बादल भी देखे जा सकते हैं. मौसम विभाग का कहना है कि दो दिनों के बाद मौसम फिर बदल सकता है. क्योंकि, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तर भारत की तरफ आ सकता है.

खंडवा में मौसम बदलते ही चढ़ा पारा
खंडवा में मौसम में आए बदलाव के बीच तापमान में बढ़ोतरी हुई है. 1 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 32.5 और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जबकि, बारिश नहीं हुई. आसमान साफ होते ही तेज धूप खिली और तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज हुई. मौसम विभाग ने 2 अक्टूबर को बादल छाए रहने की संभावना जताई है. हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. जिले में औसत बारिश 808 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले अब तक 914 मिमी बारिश दर्ज की गई है. मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि अब मानसून की विदाई हो रही है.

पचमढ़ी, जिला नर्मदापुरम 20.2 डिग्री
खरगोन 21.0 डिग्री
धार 21.1 डिग्री
अमरकंटक, जिला अनूपपुर 21.4 डिग्री
इंदौर 21.9 डिग्री

पुरंदर में एयरपोर्ट का इंतजार अब खत्म होने वाला है।

राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने बताया है कि पुरंदर में हवाई अड्डे के लिए एमआईडीसी के तहत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी।

इस भूमि अधिग्रहण के लिए केंद्रीय उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल उदय सामंत के साथ बैठक करेंगे.

पिछले दिनों इस एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम स्थानीय विरोध के कारण रोक दिया गया था. इस बीच यह मसला सुलझने की संभावना है और अगले कुछ महीनों में एयरपोर्ट का काम शुरू होने की उम्मीद है.

हाल ही में विभिन्न विकास कार्यों का उद्घाटन करने पुणे आए उद्योग मंत्री सामंत ने कहा, “पुरंदर हवाईअड्डा परियोजना राज्य और पुणे के लोगों के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, मैं केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर के साथ बैठक करूंगा।” इसके लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया के लिए तीन से चार दिनों में मोहोल।”

सामंत ने कहा, “हम अगले आठ दिनों में परियोजना का एक मॉडल लेकर आएंगे, जिसके बाद हम वास्तव में भूमि अधिग्रहण का काम शुरू करेंगे।”
यह एयरपोर्ट पुणे के पुरंदर में बनने जा रहा है. यह हवाई अड्डा 2,832 हेक्टेयर में फैला होगा। हवाई अड्डे के लिए चयनित स्थल को रक्षा मंत्रालय से सभी मंजूरी मिल गई है।

राजेवाड़ी रेलवे स्टेशन इस हवाई अड्डे के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन है। यह हवाई अड्डे से आधे घंटे की दूरी पर है।

यह हवाई अड्डा पुणे शहर के विकास में मदद करेगा। इससे लोगों को शहर में घूमना आसान हो जाएगा।

इस हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण की चुनौती और स्थानीय लोगों के विरोध ने परियोजना की प्रगति में बाधा उत्पन्न की थी।

ई खबर मीडिया के लिए  ब्यूरो रमेश मनोहर बनसोडे की रिपोर्ट

 

सोनम वांगचुक दिल्ली के पुलिस स्टेशन में अनशन पर बैठे:पुलिस ने कल हिरासत में लिया था; मामला हाईकोर्ट पहुंचा, 3 अक्टूबर को सुनवाई

लेह से चलकर दिल्ली पहुंचे एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक और उनके करीब डेढ़ सौ साथियों को दिल्ली पुलिस ने सोमवार की रात सिंघु बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया था. अब खबर आ रही है कि सोनम वांगचुक और उनके साथी थाने के अंदर ही अनशन पर बैठ गए हैं. सोनम वांगचुक को हिरासत में लिए जाने पर राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार की आलोचना की है.

लद्दाख के लिए विशेष दर्जे की मांग को लेकर लेह से दिल्ली तक का पदयात्रा कर रहे शिक्षाविद और जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक अनशन पर बैठ गए हैं. लेह से चलकर दिल्ली पहुंचे एक्टिविस्ट वांगचुक और उनके करीब डेढ़ सौ साथियों को दिल्ली पुलिस ने सोमवार की रात सिंघु बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया था. इन लोगों को अलग-अलग थानों में रखा गया है. सूत्रों की माने तो सोनम वांगचुक और उनके करीब 30 साथियों को बवाना पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया है. सिंघु बॉर्डर पर लद्दाख के सांसद हाजी हनीफ को उनके समर्थकों के साथ पुलिस ने हिरासत मे ले लिया है.

सूत्र बताते हैं कि सोनम वांगचुक और उनके साथी थाने के अंदर ही अनशन पर बैठ गए हैं. थाने के बाहर फोर्स को तैनात कर दिया गया है. संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य सत्येंद्र का कहना है कि वह बवाना थाने के अंदर सोनम वांगचुक से मिलकर आए हैं. वह स्वस्थ हैं और सभी अनशन पर बैठे हैं.

इस मामले पर राजनीति भी हो रही है. राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल ने सोनम वांगचुक को हिरासत में लिए जाने पर सरकार पर तीखे वार किया है. राहुल गांधी ने अपने एक्स पर पोस्ट किया है कि सोनम वांगचुक जी और पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण मार्च कर रहे सैकड़ों लद्दाखियों को हिरासत में लेना अस्वीकार है.लद्दाख के भविष्य के लिए खड़े होने वाले बुजुर्गों को दिल्ली की सीमा पर क्यों हिरासत में लिया जा रहा है? मोदी जी, किसानों की तरह यह चक्रव्यूह भी टूटेगा.

आज मिलने जाएंगी मुख्यमंत्री आतिशी
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि सोनम वांगचुक और हमारे 150 लद्दाखी भाई-बहन शांतिपूर्ण तरीक़े से दिल्ली आ रहे थे. उनको पुलिस ने रोक लिया है. कल रात से बवाना थाने में क़ैद हैं. क्या लद्दाख के लोकतांत्रिक अधिकार माँगना ग़लत है? क्या 2 अक्तूबर को सत्याग्रहियों का गांधी समाधि जाना ग़लत है? सोनम वांगचुक जी को रोकना तानाशाही है. आज दोपहर 1 बजे मैं उनसे मिलने बवाना थाने जाऊँगी.

वांगचुक को मिला राकेश टिकैत का साथ
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि लद्दाख से दिल्ली तक पैदल मार्च कर शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने आ रहे सोनम वांगचुक व अन्य लोगों को दिल्ली पुलिस ने डिटेन कर लिया है यह सब गैरकानूनी और असंवैधानिक है हम आजाद देश के लोग हैं और हमें अपनी बात रखने का अधिकार है हम सभी लोग उनके साथ हैं.

क्या चाहते हैं एक्टिविस्ट
वांगचुक और अन्य एक्टिविस्ट लेह से नई दिल्ली तक पैदल मार्च पर निकले थे ताकि केंद्र सरकार से लद्दाख के नेतृत्व के साथ उनकी मांगो के संबंध में बातचीत फिर से शुरू करने का आग्रह किया जा सके. उनकी प्रमुख मांगों में एक यह है कि लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किया जाए और लद्दाख में एक और संसदीय सीट को बढ़ाना , शासन में सरकारी नौकरियों और भूमि अधिकारों में पर्याप्त प्रतिनिधित्व की मांग आदि शामिल है. जिससे स्थानीय लोगों को अपनी भूमि और सांस्कृतिक पहचान की रक्षा के लिए कानून बनाने की शक्ति मिल सके. इनको लेकर लद्दाख के लोग 2019 से ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं .वांगचुक और लगभग 75 स्वयंसेवकों ने 1 सितंबर को लेह से अपना पैदल मार्च शुरू किया था. वह इससे पहले मार्च में 21 दिन का भूख हड़ताल भी का कर चुके है.