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Sunday, July 6, 2025

UFO खोजने के लिए वायुसेना ने राफेल विमान लगाए थे:इंफाल एयरपोर्ट की सूचना पर एयर डिफेंस सिस्टम भी एक्टिवेट किए

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इंफाल में अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट (UFO) दिखने के बाद वायु सेना ने इनका पता लगाने के लिए 2 राफेल फाइटर प्लेन लगाए थे। इसके अलावा अपने एयर डिफेंस सिस्टम को भी फौरन एक्टिवेट कर दिया था। हालांकि अब तक की जांच में वायुसेना को कुछ हाथ नहीं लगा।

न्यूज एजेंसी ANI ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि एयरपोर्ट से सूचना मिलने के बाद वायु सेना की ईस्टर्न कमांड ने ये राफेल भेजे थे। वायुसेना ने भी एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिवेट किए जाने की पुष्टि की है। उसका कहना है कि UFO के होने के वीडियो भी हैं। संबंधित एजेंसियां इसका पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। पूरी जांच- पड़ताल के बाद इंफाल एयरपोर्ट को फ्लाइट ऑपरेशन का क्लीयरेंस दे दिया गया।

दरअसल, इंफाल एयरपोर्ट पर 19 नवंबर को दोपहर 2:30 बजे एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) ने UFO देखने का दावा किया था। इसके बाद एअर इंडिया की दो और इंडिगो की एक फ्लाइट को लैंडिंग नहीं करने को कहा गया। ठीक उसी समय इंफाल आने वाली दो फ्लाइट्स कोलकाता डायवर्ट कर दी गईं। इंफाल ATC ने इसकी जानकारी वायुसेना की भी दी।

एयरफोर्स की क्लियरेंस के बाद उड़ान सेवा शुरू हुई
ATC की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इंफाल का एयरस्पेस और फ्लाइट ऑपरेशन तुरंत बंद कर दिया गया। इसके चलते करीब एक हजार पैसेंजर्स पर असर पड़ा। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने इंफाल एयरस्पेस का नियंत्रण एयरफोर्स को दे दिया। एयरफोर्स की क्लियरेंस के बाद ही इंफाल में कॉमर्शियल फ्लाइट ऑपरेशन बहाल किया गया।

आसमान में कोई उड़ती हुई चीज दिखी थी- एयरपोर्ट अफसर
एअर इंडिया की फ्लाइट में दिल्ली जाने वाली एक महिला यात्री ने बताया- प्लेन में बोर्डिंग (बैठना) दोपहर 3 बजे तक पूरी हो चुकी थी, लेकिन टेकऑफ के लिए क्लियरेंस 6:10 बजे दिया गया। इससे यात्री डरे, कुछ बुजुर्गों को चिंता हुई। एयरपोर्ट के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि एक बहुत बड़ी चीज करीब एक घंटे तक आसमान में उड़ते हुए

ब्रिटिश UFO प्रोग्राम चीफ रहे निक का दावा, कहा- एलियंस आज भी हमसे संपर्क की कोशिश में

अंतरिक्ष का 1340 करोड़ साल से विस्तार है, धरती 300 करोड़ साल पहले अस्तित्व में आई है। अन्य सभ्यताएं हो सकती हैं। अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स (UFO) के अध्ययन से जवाब मिल सकता है। ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय में UFO प्रोग्राम के पूर्व प्रमुख और ‘ओपेन स्काइज, क्लोस्ड माइन्ड्स’ पुस्तक के लेखक निक पोप से भास्कर के रितेश शुक्ल ने UFO को समझने की कोशिश की

 

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