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Tuesday, August 26, 2025

फैक्ट्री मालिक ने नहीं दिया 17 मजदूरों की मजदूरी का पैसा तो मजदूरों ने लगाई सरकार से मदद की गुहार!

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मध्य प्रदेश: जिला खरगौन थाना बड़वा के अंतर्गत लोंदी बी का मामला सामने आया जिसमें बिजली के खंभे बनाने वाली फैक्ट्री में काम करते थे 17 मजदूर एक महीने से नहीं दिया कंपनी स्टार इंफ्रास्ट्रक्चर पता 55/2, 55/3, काटकूट रोड़ ग्राम लोंदी बी वेतन 1 लाख 75 हजार रूपये डकार गए फैक्ट्री मालिक मौसिन खान है.

फैक्ट्री का पता

पीड़ित जितेंद्र कुमार पिता का नाम सन्नतन बिन्दे जो बिहार के रहने वाले है और फैक्ट्री के मालिक मौसिन खान जो बड़वा मध्य प्रदेश के रहने वाले है. उन्होंने पहले तो बहला फुसलाकर मजदूरों से काम करवाया जब वेतन देने की बारी आई तो वह टालमटोल करने लगे देखते ही देखे कई महीने हो गए परन्तु उन्होंने वेतन नहीं दिया। जितेंद्र कुमार समेत 17 मजदूरों की फैक्ट्री में ही रहने की व्यवस्था थी। जितेंद्र ने बताया की हम बिहार से मजदूरी करने के लिए मध्य प्रदेश में आए हुए थे. हमने बिजली के खंभे बनाने वाली एक फैक्ट्री में काम शुरू कर दिया। शुरू में तो फैक्ट्री मालिक मोहसिन खान समय पर वेतन देता था, परंतु धीरे-धीरे उसने वेतन देने में आनाकानी करने लगा सभी मजदूरों ने मध्य प्रदेश सरकार से भी गुहार लगाई है। कि उनकी मेहनत की कमाई उन्हें जल्दी से जल्दी दिलवाई जाए। जितेंद्र कुमार बिन्दे ने बताया कि अब ऐसी नौबत आ गई की सभी मजदूरों को बिना वेतन के अपने गांव लौटना पड़ा।

क्या है पूरा मामला?

मजदूरों का वेतन दिए बिना मालिक ने मजदूरों को फैक्टरी से भगा दिया.
मजदूरों को उनका वेतन दिए बिना मालिक ने फैक्टरी से भगा दिया। इससे मजदूर सड़क पर आ गए। उन्होंने इसकी शिकायत लेबर अधिकारी को देनी है , लेकिन सुनवाई नहीं हुई। वीरवार को जितेंद्र कुमार ने उनकी शिकायत दी। जिसमें काम करने वाले मजदूर निम्नलिखित है :जितेन्द्र कुमार, देवराज कुमार, धरमदेव कुमार, चन्द्रसेखर कुमार, रामप्रेवेस विन्द, संन्तन विन्द्र,अकलेस विन्द्र, सत्रुधन
राजकुमार, कल्लू,पासवान, कृष्णा, पासवान रोहीत कुमार, रोसन कुमार, निरह कुमार, ओमप्रकास कुमार, सर्जीवन विन्द आदि मजदूर बिजली के खंभे बनाने वाली फैक्ट्री में काम करते थे। लोंदिबी गाँव में एक बिजली के खम्बा बनाने वाली फैक्टरी में उपरोक्त करीब 17 मजदूर काम करते थे। मालिक ने फैक्टरी से मजदूरों को धक्के मार मार कर बाहर कर दिया। मजदूरों का वेतन नहीं दिया। मजदूरों के करीब 1 लाख 75 हजार रुपए वेतन के बनते हैं। मालिक ने वेतन दिए बिना फैक्टरी से भगा दिया । मालिक ने मजदूरों के साथ किया विश्वास घात जितेंद्र कुमार ने बताया की पहले तो मालिक हर सप्ताह हमें वेतन दे देते थे परंतु आवेदन देने में आनाकानी कर रहे हैं। मजदूरों ने राज्य सरकार वह केंद्र सरकार से लगाई मदद की गुहार।

ई खबर मीडिया के लिए देव शर्मा की रिपोर्ट

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